02 November, 2024 (Saturday)

बिना उपकरण की जाने वाली एक ऐसी एक्सरसाइज, जो करती है पेट, बट और जांघ का फैट एक साथ कम

फिट रहने के लिए आजकल लोग तरह-तरह के वर्कआउट्स अपना रहे हैं, जो बहुत अच्छी बात है लेकिन कुछ एक एक्सरसाइजेस ऐसी होती हैं जिन्हें करने के लिए न किसी तरह के उपकरण की जरूरत होती है, न बहुत ज्यादा वक्त की और इनके फायदे अनगिनत। तो आज हम ऐसे ही एक वर्कआउट के बारे में जानेंगे।

1. सबसे पहली वजह कि इससे बॉडी में अलग-अलग जगहों की मसल्स बनती है। स्क्वॉट करने से न सिर्फ पैर बल्कि बट (कूल्हे), एब्स (पेट) और कमर हर एक की एक्सरसाइज होती है। इन पर जोर पड़ता है जिससे मसल्स तो बनती ही है, फैट भी कम होता ही है और मसल्स टोन्ड भी होती है।

2. पैरों पर शरीर का पूरा भार टिका होता है इसलिए इसे जितना ज्यादा एक्टिव रखेंगे उतना अच्छा। स्क्वैट से पैरों की मसल्स भी मजबूत होती है जिससे बैलेंस बना रहता है और बेवजह की इंजरी से बचे रह सकते हैं।

3. अगर आपने सुबह वर्कआउट में 10 बार 2 से 3 सेट स्क्वैट कर लीजिए तो कुछ ही हफ्तों में इसका फर्क नजर आने लगेगा। स्क्वैट तेजी से फैट बर्न करता है।

4. स्क्वैट करने के लिए किसी तरह के उपकरण की भी जरूरत नहीं होती। तो इसके लिए जिम जाने की जरूरत नहीं, घर में भी इसे आसानी से कभी भी किया जा सकता है।

5. वर्क फ्रॉम होम में बहुत से लोगों को पीठ दर्द की शिकायत हो रही है तो स्क्वैट के जरिए आप पोश्चर तो सुधार ही सकते हैं साथ ही कमर दर्द की समस्या भी दूर हो सकती है।

6. सुनने में आपको अजीब लग सकता है लेकिन स्क्वैट पाचन क्रिया में भी सुधार लाता है। इससे डाइजेशन दुरुस्त रहता है

7. स्क्वैट करने से बॉडी में रक्त का संचार सुचारू रूप से होने लगता है, जिससे सेल्स को बराबर मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है और वो सही तरीके से फंक्शन कर हमारी बॉडी को फिट रखने का काम करते हैं।

8. स्क्वैट एक्सरसाइज की मदद से पैर की पिंडलियों, जांघ की मसल्स फ्लेक्सिबल होती हैं। पैर ज्यादा टोन्ड नजर आते हैं और दर्द भी दूर होता है।

9. महिलाओं के लिए ये एक्सरसाइज़ बेहद फायदेमंद हैं इससे आप अपने कूल्हों को बेहतर शेप दे सकती हैं।

10. ओवरऑल बॉडी की स्टैमिना भी बढ़ती है।

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