एक्सपर्ट से जानें, कब और कैसे करना चाहिए फलों का सेवन?
अकसर हम यह सुनते आ रहे हैं कि रात के समय फल नहीं खाने चाहिए। वैसे, यह बात बिलकुल सच है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फलों का सेवन खाली पेट ही करना चाहिए। अगर आपका पेट भरा रहेगा और आप फल खाएंगे तो आपको फलों का पोषण नहीं मिल सकेगा। ऐसे में हम समझते रह जाते हैं कि आज तो हमने एक फ्रूट बोल खाकर सेहत बना ली।
खट्टे फल और डेयरी प्रोडक्ट साथ में न लें
ऐसा आपने अकसर सुना होगा कि अंगूर या संतरे जैसे फलों के साथ दूध नहीं पीना चाहिए। एक्सपर्ट बताती हैं कि खट्टे फलों को डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ कभी नहीं खाना चाहिए। आयुर्वेद के मुताबिक, आपको मीठे फलों के साथ डेयरी प्रोडक्ट लेना चाहिए, जैसे केला और दूध। शाम के समय आपको फल खाने से बचना चाहिए, क्योंकि शाम कफ से जुड़ी होती है और फल हमेशा ठंडे रहते हैं। दोनों को साथ में खाना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
जानें इसे भी…
विशेषज्ञों का मानना है कि विटमिन, खनिज और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। फलों और सब्जि़यों से बीटा-कैरोटीन, विटमिन सी और विटमिन ई जैसे पोषक तत्व मिलते हैं, जिनसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। कई तरह की सब्जि़यों, फलों और पौधों से मिलने वाले दूसरे खाद्य पदार्थों में मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स से हमें ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद मिलती है। फल से हमें माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और फाइबर मिलते हैं, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। इन्हेंं खाने से माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी नहीं होती और दिल से संबंधित रोग, मोतियाबिंद और कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने में भी ये मददगार साबित होते हैं। फलों का एक बोल रोज़ाना ज़रूर खाएं।
सुबह खाएं फल
सुबह का समय फल खाने के लिए सबसे अच्छा होता है। उस समय सभी को भूख लगती है। जब हमारा पेट खाली होता है तो हमारी आंतें पोषक तत्वों को सबसे अच्छी तरह अवशोषित करती हैं। फलों में विटमिन, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, शाम को 6 बजे के बाद फलों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि फलों की पीएच वैल्यू ज़्यादा होती है और इनसे एसिडिटी और गैस्ट्राइटिस की समस्या हो सकती है। इससे अच्छी नींद लेने में समस्या आ सकती है।