गर्भवती महिलाएं सेहतमंद रहने के लिए रोजाना करें ये 3 योगासन
अक्सर महिलाएं कामकाज में व्यस्तता के चलते अपना ख्याल रखना भूल जाती हैं। इससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो महिलाएं अपनी ज़िंदगी में कई स्टेज से गुजरती हैं। इस दौरान महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। खासकर गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है। इससे बच्चे का समुचित विकास होता है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने से मां और बच्चे दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। डॉक्टर्स गर्भवती महिला को रोजाना संतुलित आहार लेने और हल्का-फुल्का एक्सरसाइज एवं योग करने की सलाह देते हैं। योग के कई आसन हैं। इनमें 3 ऐसे आसन हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित होते हैं। आइए, इन 3 योगासन के फायदे जानते हैं-
कैसे करें शवासन
इसके लिए सबसे पहले समतल भूमि पर दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को शरीर से दूर रखें। वहीं, पैरों को फैलाकर रखें। अब शरीर को ढीला छोड़कर धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। इस समय अपना ध्यान सांसों पर रखें। इस योग को रोजाना 5 मिनट करें। शवासन करने से मन और मस्तिषक दोनों को आराम मिलता है। आसान शब्दों में कहें तो शवासन करने से तनाव में आराम मिलता है।
कैसे करें सुखासन
यह ध्यान आसन है। इसमें ध्यान की मुद्रा में बैठकर मन और मस्तिष्क को किसी एक बिंदु पर टिकाना होता है। इससे मानसिक तनाव में आराम मिलता है और रक्त प्रवाह सही से होने लगता है। साथ ही अनिद्रा की शिकायत दूर होती है। इसके लिए आप ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं और फिर लंबी सांसे लें और फिर सांस को रोकें। अपनी क्षमता अनुसार इस योग को करें।
कैसे करें जानुशीर्षासन
इसके लिए समतल भूमि पर दरी बिछाकर बैठ जाएं। अब एक पैर को आगे फैलाएं और दूसरे पैर को समेटकर रखें। फिर धड़ को आगे झुकाकर दोनों हाथों से पैर के तलवे को छुएं या पकड़ने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कुछ देर तक रुकें। इस मुद्रा में क्षमता अनुसार सांस रोकने की कोशिश करें। जानुशीर्षासन करते समय शरीर को एक सीध में रखें। इस योग को करने से पीठ की दर्द में आराम मिलता है। पेट में खिंचाव पैदा होता है। इससे पाचन क्रिया में सुधार होता है। साथ ही उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है।