क्या है व्हे प्रोटीन? क्यों और कितनी मात्रा में इसे लेना बॉडी के लिए होता है फायदेमंद, जानें यहां
देखा जाए तो पिछले डेढ़ साल से लोग बिना जिम जाए घर पर ही अपनी फिटनेस को बनाए हुए हैं। इस दौरान जहां लोगों ने अपना मनपसंद खाना बनाया और खाया तो वहीं पूरी शिद्दत के साथ अपनी बॉडी पर भी काम किया। फिटनेस फ्रीक लोगों ने घर में ही रहकर तेजी से वजन कम किया। उन्होंने कई एप्स और फिटनेस एक्सपर्ट से कॉलिंग कर जानकारी प्राप्त की।
नुकसान भी जानें
लैक्टोज़, दूध उत्पादों और दूध से बनी चीनी है, जो व्हे प्रोटीन पाउडर में भी मौजूद होती है। अगर आपको लैक्टोज़ से एलर्जी है और इस पाउडर का सेवन किया है तो आपको पाचन से संबंधित गड़बड़ियां हो सकती हैं। आप शरीर में सूजन, ब्लॉटिंग या पेट में दर्द महसूस कर सकते हैं। अगर इसके डिब्बे पर लैक्टोज़ फ्री लिखा है, तभी आप इसका सेवन करें या सोया व्हे प्रोटीन पाउडर लें।
वेजिटेरियनंस के लिए खास
व्हे प्रोटीन उनके लिए काफी अच्छा है, जो फिटनेस चाहते हैं और वेजिटेरियन हैं क्योंकि बॉडी बनाने के लिए पर्याप्त प्रोटीन जरूरी होता है और उन्हें चाहकर भी सब्जियों और पनीर से उतना नहीं मिल पाता, जितने कि जरूरत होती है। ऐसे में वे लोग व्हे प्रोटीन का सेवन कर अपनी बॉडी को टोंड कर सकते हैं।
मात्रा पर दें ध्यान
अगर आपका फिटनेस को लेकर कोई गोल (फैट लॉस, मसल्स गेन) सेट है तो प्रोटीन किस समय लेना चाहिए की अपेक्षा रोजाना प्रोटीन इनटेक पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर आप प्रोटीन को समय पर लेने पर ध्यान देने के चक्कर में प्रोटीन इनटेक को ही कम कर देंगे, तो वह सही नहीं होगा। एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति की रोज़ाना प्रोटीन की जरूरत 0.8 ग्राम/किलोग्राम होती है, जो कि हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए लेनी ही चाहिए। वहीं एथलीट और बॉडी बिल्डर्स को लगभग 1.6 ग्राम/किलोग्राम प्रोटीन का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसलिए अगर आप रोजाना अपनी जरूर के मुताबिक 0.8 ग्राम/किलोग्राम या 1.6 ग्राम/किलोग्राम प्रोटीन ले लेते हैं तो आपको इसकी टाइमिंग की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। एक अध्ययन के मुताबिक, रात में मसल्स ग्रोथ और डाइजेशन के लिए सोने से पहले 40 ग्राम प्रोटीन लें।