पहले और आज के खलनायकों में क्या है फर्क? प्रेम चोपड़ा ने किया खुलासा
नई दिल्ली. बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर प्रेम चोपड़ा ने सिल्वर स्क्रीन पर अपनी खलनायकी से खूब महफिल लूटी है. साल 1973 में रिलीज हुई ऋषि कपूर की फिल्म ‘बॉबी’ में प्रेम चोपड़ा विलेन बकर छा गए थे. उनका ‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’ डायलॉग काफी फेमस हुआ था. हाल ही में प्रेम चोपड़ा ने बताया कि पहले की फिल्मों और आज बड़े पर्दे पर दिखाए जा रहे खलनायकों के बीच क्या अंतर है. उन्होंने बताया कि आज की फिल्मों में खलनायकों की बैकस्टोरी होती है, जो पहले नहीं हुआ करती थी.
जूम को दिए इंटरव्यू में प्रेम चोपड़ा ने बताया कि आज कल के हीरो ही विलेन का रोल करते हैं. चाहे शाहरुख खान हों या ऋतिक रोशन और यहां तक कि आमिर खान ने भी निगेटिव रोल्स निभाए हैं और बहुत अच्छा काम किया है. प्रेम चोपड़ा ने कहा, ‘आज कल तो हीरो ही विलेन का रोल करते हैं. शाहरुख खान, आमिर खान और ऋतिक रोशन ने विलेन के किरदार निभाए हैं. है. हमारे टाइम में अलग क्या था कि फिल्म में एक हीरो, एक हीरोइन और एक विलेन होता था. फिल्म इन्हीं तीनों किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती थी. जब भी विलेन स्क्रीन पर आता था तो लोगों को पता चल जाता था कि अब ये कुछ गड़बड़ करेगा.’
पहले खलनायकों की बैकस्टोरी नहीं होती थी
प्रेम चोपड़ा ने आगे कहा, ‘आज के खलनायकों और मेरे समय की फिल्मों में दिखाए जाने वाले खलनायकों के बीच एक अंतर यह है कि आज किरदारों की एक बैकस्टोरी होती है, जो उनके किरदार को जस्टिफाई करने का काम करती है. यह बताती है कि विलेन स्क्रीन पर जो कर रहे हैं वह क्यों कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर किसी ने माता-पिता की हत्या कर दी या किसी का बचपन अच्छा नहीं था, जिसकी वजह से वे बुरे आदमी बन गए. जैसे में एनिमल में रणबीर के किरदार को दिखाया गया है.’
मालूम हो कि आमिर खान ने ‘धूम 3’ और ऋतिक रोशन ने ‘धूम 2’ में निगेटिव किरदार निभाए थे, जिन्हें बहुत पसंद किया गया. तीनों खान सुपरस्टार्स में शाहरुख खान ही इकलौते ऐसे स्टार हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआती दौर में ‘डर’ और ‘बाजीगर’ जैसी फिल्मों में विलेन के किरदार निभाए थे. निगेटिव रोल्स की बदौलत ही किंग खान ने बॉलीवुड में बड़ा मुकाम हासिल किया है.