खाना परोसते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, नहीं तो मां अन्नपूर्णा हो सकती हैं क्रोधित
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में भोजन करते समय कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. भोजन के दौरान मन की शुद्धता और भोजन की शुद्धता रखना महत्वपूर्ण माना जाता है. वहीं भोजन बनाने के साथ-साथ उसे परोसने के तरीके पर भी जोर दिया गया है. ऐसी मान्यता है कि अगर सही नियम के साथ खाना परोसा जाए, तो मां अन्नपूर्णा बेहद प्रसन्न होती हैं और रसोईघर में कभी अन्न की कमी नहीं होती है. कुछ लोग खाना बन जाने के बाद तुरंत गरमा-गरम परोसने लग जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. आइए विस्तार से जानते हैं कि थाली में खाना परोसते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
गर्म खाना परोसने से बचें
अगर आप खाना बन जाने के बाद तुरंत थाली में खाना परोसते हैं, तो ऐसा करने से बचें. इससे राहु की स्थिति पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए जब भी खाना तुरंत बन जाए, तो सबसे पहले खाने के बर्तन को चूल्हे से उतारकर रखें. उसके बाद कुछ समय के लिए खाना को ठंडा होने के लिए रख दें. इसके बाद सबसे पहले भगवान को भोग लगाएं. भोग लगाने के बाद खाना ग्रहण करना चाहिए. इससे शुभ फलदायी माना जाता है.
चावल परोसते समय न करें ये गलती
अगर आप थाली में चावल परोस रहे हैं, तो चावल को कभी बीच भाग से नहीं निकालना चाहिए. चावल हमेशा साइड से परोसें. इससे अन्नपूर्णा मां क्रोधित हो सकती हैं. साथ ही व्यक्ति को मानसिक शांति नहीं मिलती है. इसलिए ऐसी गलती करने से बचना चाहिए.
थाली में 3 रोटी न परोसें
अगर आप किसी भी व्यक्ति को थाली में रोटी परोस रहे हैं, तो 3 रोटी नहीं परोसना चाहिए. क्योंकि 3 अशुभ माना जाता है.
दोनों हाथों से खाना परोसें
शास्त्र के अनुसार, किसी को भी खाना परोसते समय खाने की थाली को एक हाथ से नहीं पकड़ना चाहिए. थाली को हमेशा दोनों हाथों से पकड़कर ही परोसना चाहिए. इससे दूसरों के साथ रिश्ते बेहतर होते हैं और जीवन भी सुखमय रहता है.