शोपीस बदल सकते हैं किस्मत, ये भी आपको कर देंगे मालामाल
अपने घर को खूबसूरत और सजा-संवरा दिखाने के लिए लोग अक्सर होम डेकोर करवाते हैं और उसमें तरह-तरह की सजावटी वस्तुएं रखते हैं। इनमें फूलदान, जानवरों की मूर्तियां, तस्वीरें, झूमर, लैंप आदि अनेक तरह की चीजें होती हैं जो घर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए लगाई जाती है।
मोर का शोपीस : मोर को सनातन धर्म में अत्यंत लकी पक्षी कहा गया है। मोर का पंख घर में होना शुभ समृद्धि का सूचक माना जाता है। भगवान श्रीकृष्ण मोरपंख अपने मस्तक पर धारण करते हैं। वास्तु के अनुसार घर में मोर के आकार का मेटल का शोपीस रखना शुभ होता है। इससे घर-परिवार में सुख-सामंजस्य बना रहता है। सदस्यों में आपसी प्रेम बढ़ता है और मोर का शोपीस होना मानसिक शांति प्रदान करता है।
हाथी : हाथी भी शुभता का सूचक है। इसे सुख-समृद्धि बढ़ाने वाला, धन खींचने वाला, किस्मत चमकाने वाला और भौतिक जीवन का उत्थान करने वाला कहा गया है। घर में हाथी का जोड़ा और उसके साथ बेबी एलिफेंट की मूर्ति होना शुभ है। यह जोड़ा धातु या किसी क्रिस्टल का भी हो सकता है। इससे आर्थिक समृद्धि बनी रहती है। कछुआ : घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने वाला कहा गया है कछुए को। क्रिस्टल, कांच या किसी धातु से बना हुआ कछुआ घर में रखना शुभ होता है। कछुआ लक्ष्मी का भी प्रतीक है और भगवान विष्णु ने भी कच्छप अवतार लिया था इसलिए हिंदू धर्म में कछुआ विशेष महत्व रखता है। जिस घर में कछुए का शोपीस होता है वहां धन की कभी तंगी नहीं होती।
सफेद घोड़ा : निरंतर प्रगति और सफलता का सूचक है घोड़ा। यह शक्ति, ताकत का प्रतीक है। किंतु घोड़े का शोपीस सफेद होना चाहिए। यह मार्बल या क्रिस्टल का हो तो ज्यादा अच्छा होता है। जिस घर में सफेद घोड़े का शोपीस होता है उस घर में कभी निराशा हाथ नहीं लगती। सभी सदस्य निरंतर उन्नति करते रहते हैं। हिरण का जोड़ा : वास्तु शास्त्र में हिरण को मान-सम्मान और पद प्रतिष्ठा से जोड़ा गया है। हिरण का जोड़ा घर में होने से परिवार की प्रतिष्ठा समाज में बढ़ती है। ऐसे घर में रहने वाले सदस्य पूजित होते हैं और अपनी मेहनत के दम पर विशेष सफलताएं प्राप्त करते हैं।