खराब फसल की क्षतिपूर्ति से छूटे किसानों को मिलेगा मुआवजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दो वर्षों में प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त फसलों के नुकसान पर मिलने वाले मुआवजे से छूटे किसानों को बड़ी राहत दी है। 52 जिलों के ऐसे किसानों के लिए सरकार ने 83 करोड़ की मुआवजा राशि जारी की गई है। यह वो किसान हैं जो तकनीकी कारणों से मुआवजा प्राप्त करने से चूक गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे किसानों को तत्काल मुआवजा देने के निर्देश दिए थे। इस पर प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की गई। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुआवजे से छूटे किसानों को सहायता राशि देने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में दोबारा सर्वे कराया गया। सर्वे के आधार पर वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में आपदाओं से क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे से छूटे किसानों के लिए अब तक कुल 83 करोड़ 13 लाख रुपये जारी किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि आपदाओं से क्षतिग्रस्त फसलों से प्रभावित बड़ी तादाद में किसानों के डाटा फीडिंग के दौरान आधार, खाता संख्या में गलती और डुप्लीकेसी के कारण मुआवजा नहीं हो पाता है। ऐसे में, दोबारा सर्वे कराकर मुआवजे से वंचित किसानों को धनराशि दी जा रही है। वहीं राहत विभाग ने जनवरी-फरवरी 2024 में ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों के लिए छह जिलों के किसानों के लिए 38 करोड़ से ज्यादा की मुआवजा राशि बुधवार को जारी कर दी है। इनमें हमीरपुर, सहारनपुर, कानपुर देहात, बांदा, चंदौली और प्रयागराज शामिल हैं।
राहत आयुक्त ने बताया कि जनवरी-फरवरी में ओलावृष्टि में इन छह जिलों में सर्वाधिक फसलों को नुकसान हुआ। जिलाधिकारी की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर हमीरपुर के लिए 23 करोड़ 29 लाख, सहारनपुर के लिए 10 लाख, कानपुर देहात के लिए चार करोड़ चार, बांदा के लिए 9 करोड़ 72 लख, चंदौली के लिए 26,708 और प्रयागराज के लिए डेढ़ करोड़ रुपये जारी किया गया है। जिला स्तर पर इस राशि को प्रभावित किसानों को दिया जाएगा।