पहिया पंचर हो गया है..कहकर रोका ट्रक, फिर कर दी तीन लोगों की हत्या- हत्यारों तक ऐसे पहुंची पुलिस



बस्ती जिले के छावनी थाना क्षेत्र में हुए तिहरे हत्याकांड की साजिश पंद्रह दिन पहले रची गई थी। इसमें शामिल थे अजीत सिंह उर्फ कल्लू पुत्र देशराज निवासी इन्दे मऊ थाना बीघापुर जनपद उन्नाव, अरुण कुमार यादव उर्फ गोलू पुत्र प्रहलाद यादव निवासी गोसीखेड़ा थाना बारासगवर जनपद उन्नाव और शील कुमार मौर्या उर्फ शीलू पुत्र राम दयाल मौर्या निवासी भानीपुर थाना सैनी जनपद कौशाम्बी। अजीत ट्रक मालिक और चालक भी है। गोलू इन्ही का खलासी है।
ढाबे पर भी हुई थी कहासुनी
बिहार से लौटते समय तीन ट्रकें एक साथ चल रही थी। इनमें से एक ट्रक पर राजकुमार और सोनू थे जिसमें आलू व्यवसायी भी सवार था। दूसरे ट्रक में अजीत सिंह और गोलू थे। तीसरे ट्रक में शीलू और विनोद कुमार सिंह थे। ढाबे पर सबने एक साथ भोजन किया और शराब पी। किसी बात को लेकर यहां राजकुमार से उन लोगों की कहासुनी हो गई। राजकुमार गौतम यहां से नाराज होकर चल दिया। ट्रक खलासी सोनू मौर्या चला रहा था। छावनी टोल के पहले ओवरटेक कर पीछे चल रहे ट्रक वालों ने सोनू को रोका और एक ढाबे पर साथ चाय पी। यहां अजीत और विनोद अपनी ट्रकों में उस समय सो रहे थे।
ऐसे की हत्या
टोल प्लाजा से आगे बढ़ने के बाद पचवस के पास गोलू ने सोनू से कहा तुम्हारे ट्रक का पहिया पंचर हो गया है। सोनू रुका तो इस बीच अजीत, गोलू और शीलू आए। सीट से नीचे उतार लिया। पकड़कर पास की झाड़ी में ले गए और गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद तीनों केबिन में घुसे। उस समय राजकुमार और व्यवसायी गहरी नींद में थे। हत्या करने के बाद अजीत राजकुमार की ट्रक चलाते हुए रमटहिया गांव के पास गए और सड़क किनारे गाड़ी पार्क कर टूल बाक्स में रखा रुपयों भरा पालीथीन का झोला लेकर फरार हो गए। पीछे से दोनों ट्रकें आ गई। इनमें सवार होकर अजीत चला गया। घटना के समय तीसरे ट्रक यूपी 78 सीटी 0956 के चालक विनोद सिंह सो रहे थे। पूरे मामले से अनजान थे। जांच में इनकी संलिप्तता नहीं पाई गइ है।
यह रही बरामदगी
घटना में प्रयुक्त दो अदद ट्रक क्रमशः UP-35-T- 0576 एवं UP-78-CT-0956। एक तमंचा 315 बोर व दो अदद जिन्दा कारतूस,एक चाकू (आला कत्ल),एक अदद राड (आला कत्ल),तीन मोबाइल,जामा तलाशी से 2550 रुपये पुलिस ने बरामद किए हैं।
घटना के पर्दाफाश के लिए बनी थी चार टीमें
हत्याकाण्ड के अनावरण हेतु अपर पुलिस अधीक्षक रवींद्र कुमार सिंह और क्षेत्राधिकारी हर्रैया शेषमणि उपाध्याय के नेतृत्व में थाना प्रभारी छावनी, हर्रैया एवं स्वाट एवं सर्विलांस की चार टीमें गठित की गई थीं। पुलिस कप्तान खुद इसकी मानीटरिंग कर रहे थे।
पुलिस टीम को पचास हजार का इनाम
पुलिस टीम की इस उपलब्धि पर आईजी ने पचास हजार का इनाम देने का घोषणा की है। टीम में प्रभारी निरीक्षक छावनी विकास यादव, थानाध्यक्ष हर्रैया सर्वेश राय, स्वाट प्रभारी विनोद कुमार यादव, सर्विलांस प्रभारी जितेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक श्याम मोहन त्रिपाठी, अजय सिंह थाना छावनी, हेड कांस्टेबल महेन्द्र यादव, मनोज राय, मनिन्द्र प्रताप चन्द, कांस्टेबल रणजीत, देवेन्द्र, अभिषेक तिवारी, रमेश गुप्ता, रवि शंकर साह।
सीसीटीवी फुटेज से मिली सफलता
इस घटना के खुलासे हेतु गठित टीमों ने वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य संकलित किया। सर्विलांस टीम ने काल डिटेल का विश्लेषण एवं अन्य टीमो के द्वारा टोलप्लाजा व अन्य स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। रात में एक बजे छावनी टोल से आगे पीछे एक साथ तीन गाड़ियों के होने के आधार पर साक्ष्य संकलित करते हुए पुलिस टीम तिहरे हत्याकाण्ड के खुलासे के करीब शनिवार की रात में पहुंच गई थी।
यह है घटनाक्रम
बीते शनिवार को गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन पर बस्ती जिले के छावनी थाना क्षेत्र में बिहार के आलू व्यापारी समेत तीन की हत्या कर दी गई थी। तीनों के शव छावनी थाना क्षेत्र में हाईवे किनारे पांच किलोमीटर के भीतर पाए गए थे। मरने वालों में ट्रक चालक और खलासी भी शामिल था। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के बगहा थानान्तर्गत रतनमाला गांव निवासी आलू व्यवसायी 55 वर्षीय असलम पुत्र अब्दुल्लाह आलू की खरीदारी करने ट्रक लेकर कानपुर जा रहे थे। ट्रक में उनके अलावा चालक उन्नाव जिले के दुर्जनखेड़ा निवासी 38 वर्षीय राजकुमार पुत्र छोटेलाल और खलासी उन्नाव जिले के वीरपुर नगइचा, थाना आसीबन निवासी 35 वर्षीय सोनू मौर्या पुत्र रामअवतार थे। इन तीनो की हत्या की गई थी।