US में कैपिटल हिंसा के बीच ट्रंप को खतरनाक परमाणु हथियरों की पहुंच से दूर रखने का सुझाव
अमेरिका में कैपिटल हिंसा के बीच नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी नई कैबिनेट की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उनकी कैबिनेट में अमेरिकी समाज के हर तबके को स्थान मिलेगा। उनका यह बयान राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हुए नस्लीय हिंसा के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है। बाइडन ने संकेत दिया है कि उनकी कैबिनेट में किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा। बता दें कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति बाइडन 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करेंगे। उधर, नैंसी पेलोसी ने कहा है कि ट्रंप को बाकी कार्यकाल के लिए परमाणु हथियारों को उनकी पहुंच से दूर रखने का अनुरोध किया है।
ट्रंप को परमाणु हथियारों से दूर रखने का सुझाव
उधर, नैंसी पेलोसी ने कहा कि उन्होंने ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मिले से बात कर उनसे राष्ट्रपति ट्रंप को बाकी कार्यकाल के लिए परमाणु हथियारों को उनकी पहुंच से दूर रखने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस अव्यवस्थित राष्ट्रपति के तहत स्थिति को और खतरनाक होने नहीं दिया जा सकता। हमें अमेरिका की जनता को उनके असंतुलित हमले से बचाने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए।
भेदभाव से मुक्त होगा कैबिनेट
अमेरिका में एक तरफ जहां सत्ता के लिए संघर्ष चल रहा है, वहीं दूसरी ओर नव निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन सत्ता ग्रहण करने की तैयारी में जुट गए हैं। इस मौके पर बाइडन ने कहा मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने अपनी कैबिनेट का गठन कर लिया है। उन्होंने कहा इस कैबिनेट में महिला और पुरुषों दोनों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इस मौके पर उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनका शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होना एक अच्छी बात है। बाइडन ने कहा कि मैं उनके निर्णय का स्वागत करता हूं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि वह जो बाइडन को सत्ता देने के लिए तैयार, लेकिन उन्होंने कहा है कि वह 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग मुझसे यह सवाल पूछते हैं कि आप शपथ ग्रहण समारोह में जाएंगे तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में नहीं जाऊंगा।
संसद में लाया जाएगा महाभियोग
बाइडन ने हिंसा के लिए ट्रंप को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनकी लोकतंत्र विरोधी बातों से हिंसा भड़की थी, जबकि उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने ट्रंप को राष्ट्रपति से हटाने और महाभियोग चलाने की मांग की है। संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि ट्रंप को तत्काल पद से हटाना समय की जरूरत है। उन्होंने उप राष्ट्रपति माइक पेंस और कैबिनेट से मांग की है कि वे संविधान के 25वें संशोधन के जरिए ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटा दें। अगर ऐसा नहीं किया गया तो संसद में महाभियोग लाया जाएगा। ऊपरी सदन सीनेट में डेमोक्रेट नेता चक शुमर ने कहा कि ट्रंप खतरनाक हैं और उन्हें पद से तत्काल हटाए जाने की आवश्यकता है।