यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 : दिनेश शर्मा ने कहा, मार्च-अप्रैल में होने वाली परीक्षाओं से पहले ही कोर्स पूरा करा लिया जाएगा
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बोर्ड परीक्षाओं में इस बार पहले से भी अधिक कड़ाई के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि नकल विहीन परीक्षा के लिए सरकार संकल्पित है। इसके लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। गत वर्षों में नकल विहीन परीक्षाएं हुई थीं। इस बार और भी कड़ाई से परीक्षाएं संपन्न कराई जाएंगी। इसकी तैयारी अभी से शुरू करा दी गई है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय (पूविवि) के अतिथि गृह में रविवार को माध्यमिक व उच्च शिक्षा अधिकारियों की बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के निदेर्शों का पालन करते हुए कॉलेजों में ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से कक्षाओं का संचालन शुरू करा दिया गया है। ऑफलाइन कक्षाओं में पचास फीसदी से अधिक उपस्थिति भी हो रही है। उन्होंने कहा कि मार्च-अप्रैल में होने वाली परीक्षाओं से पहले ही कोर्स पूरा करा लिया जाएगा।
प्रदेश के 12 जिलों में डीआईओएस के खाली पदों पर नियुक्ति के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने शीघ्र नई तैनाती की बात कही। उन्होंने कहा कि नाम चयन कर सूची मुख्यमंत्री को भेज दी गई है। उनके अनुमोदन के बाद तैनाती कर दी जाएगी।
डॉ शर्मा ने कहा कि यहां के अधिकारियों ने बताया कि जौनपुर में पचास प्रतिशत छात्र कालेज में पढ़ाई करने के लिए आ रहे है यह संतोषजनक है। वीर बहादुर सिंह पूवार्चंल विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति राजाराम यादव द्वारा 400 करोड़ रुपये का एफडी तोड़कर पैसे की बर्बादी के सवाल पर उन्होने कहा कि यह मामला मेरे पास कोई डिटेल नही आया है, जब आयेगा तो देखा जायेगा।
किसान आंदोलन के बारे में पूछे गए प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि किसान भाजपा और प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं में से एक है। केन्द्र और प्रदेश सरकार किसानों के लिए खाद्यान्न,सम्मान राशि,समय पर खाद और गन्ने का बकाया मूल्य भुगतान , के साथ ही गेहूं व चावल का समर्थन मूल्य दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। किसान कैसे समृद्ध बने और उसकी आमदनी कैसे बढ़े, इसमें कोई विरोधाभास नहीं है ।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के लिए रास्ते खुले हैं, राजनीति करने वाले लोग राजनीति करेंगे । उन्होंने किसानों को सतर्क करते हुए कहा कि जो लोग पीछे से उन्हें उकसाने का कार्य कर रहे हैं वे उनके आंदोलन के मुख को मोड़ देना चाहते हैं।