यूपी : 56 विधायकों ने प्रचार में किया आधे से भी कम खर्च
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले महीनो हुये विधानसभा चुनाव 2022 में निर्वाचित करीब 56 फीसदी विधायकों ने चुनाव प्रचार के लिये चुनाव आयोग द्वारा तय की गयी सीमा से करीब 50 फीसदी कम खर्च किया है। एसोसिएशन फॉंर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच ने मंगलवार को अपना एक विश्लेषण सार्वजनिक किया है जिसमें 403 में से 393 नवनिर्वाचित विधायकों के चुनाव खर्च के विवरण का विश्लेषण किया है। विधानसभा चुनाव के दौरान विधायकों के लिए चुनाव खर्च की सीमा 40 लाख रूपये थी। इन चुनाव खर्च दस्तावेजों में सार्वजनिक बैठकों और जुलूसों, इलेक्ट्रॉंनिक और प्रिंट मीडिया के माध्यम से प्रचार करना, कार्यकताओं के अभियान पर खर्च, वाहनों का खर्च और अभियान सामग्री पर होने वाले खर्च का विवरण भी शामिल है।
विश्लेषण में 393 में से 222 (56 प्रतिशत) विधायकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव खर्च सीमा से 50 प्रतिशत से कम चुनाव खर्च घोषित किया हैं जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा के 393 विधायकों के चुनाव खर्च घोषणाओं के आधार पर, चुनावों में उनके द्वारा खर्च की गई औसत राशि 18.88 लाख रूपये है जो खर्च सीमा का 47 प्रतिशत हैं। चुनाव खर्च दलवार की बात करे तो बीजेपी के 274 विधायकों का औसतन खर्च 21.08 लाख रूपये (चुनाव खर्च सीमा का 52.7 प्रतिशत) है वहीं समाजवादी पार्टी के 109 विधायकों का औसत चुनाव खर्च 14.88 लाख (चुनाव खर्च सीमा का 37.2 प्रतिशत) है।
कांग्रेस के दो विधायकों का औसत चुनाव खर्च 22.66 लाख रूपये ( चुनाव खर्च सीमा का 56.7 प्रतिशत) है और बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक का चुनाव खर्च रू 9.43 लाख (चुनाव खर्च सीमा का 23.6 प्रतिशत) है। चुनाव में अधिकतम खर्च घोषित करने वाले शीर्ष तीन विधायकों में अपना दल (सोनेलाल) के जय कुमार सिंह है जो जनपद फतेहपुर के बिन्दकी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक है जिन्होने कुल चुनाव खर्च का 90 प्रतिशत पैसा चुनाव में खर्च किया हैं दूसरे स्थान पर जौनपुर के शाहगंज निर्वाचन क्षेत्र के रमेश है उन्होने ने भी 90 प्रतिशत पैसा चुनाव में खर्च किया है। तीसरे स्थान पर चन्दौली के सैयदराजा निर्वाचन क्षेत्र के सुशील सिंह है जिन्होने 89 प्रतिशत कुल खर्च सीमा का किया है।