केंद्रीय मंत्री जितेंद्र ने कहा- पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगी लद्दाख की झांकी
इस साल पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में लद्दाख की झांकी शामिल होगी। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को बताया कि लद्दाख की झांकी में प्रसिद्ध थिक्से मठ को दिखाया जाएगा। यह मठ लेह जिले में थिक्से की पहाड़ी पर स्थित है और इस क्षेत्र का प्रमुख पर्यटन स्थल है।
लद्दाख की झांकी में भारतीय खगोलीय वेधशाला को भी दिखाया जाएगा
इसके अलावा लद्दाख की झांकी में भारतीय खगोलीय वेधशाला को भी दिखाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करते हुए जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों-जम्मू और कश्मीर व लद्दाख में बांट दिया था।
राफेल जेट और बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी होगी मुख्य आकर्षण का केंद्र
दुनिया के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमानों में शुमार राफेल जेट और बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी इस बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड समारोह के सबसे मुख्य आकर्षण होंगे। सैन्य व अर्धसैनिक बलों की 36 बैंड टुकड़ियों की देशभक्ति से भरी धुनें सैन्य टुकड़ियों के सलामी मार्च में जोश भरेंगी। हालांकि, कोरोना महामारी को देखते हुए गणतंत्र दिवस समारोह के सबसे ज्यादा रोमांचक मोटरसाइकिल करतब शो का आयोजन इस बार नहीं होगा।
वीके मिश्रा करेंगे परेड का नेतृत्व
इस बार गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल वीके मिश्रा करेंगे और इस दौरान तीनों सेनाओं के साथ अर्धसैनिक बलों के 18 दस्ते सलामी मार्च में हिस्सा लेंगे। इसमें सेना का एक घुड़सवार दस्ता और बीएसएफ का ऊंट दस्ता भी शामिल होगा। एनसीसी और एनएसएस के युवाओं की टुकड़ी भी इसमें रहेगी।
परेड की लंबाई रहेगी छोटी
कोरोना के कारण परेड की लंबाई छोटी रहेगी और सभी सलामी मार्च विजय चौक से शुरू होकर लालकिले के बजाय नेशनल स्टेडियम तक ही जाएंगे।
बांग्लादेश की सेनाओं के दस्ते से होगी शुरुआत
राजपथ पर परेड की शुरुआत बांग्लादेश की तीनों सेनाओं के संयुक्त दस्ते और उनके मिलिट्री बैंड की सलामी से शुरू होगी। इसमें सात अधिकारियों समेत 122 सैनिक होंगे।
बांग्लादेश ने कहा- हमारे लिए गौरव की बात
बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे कर्नल मोहतशिम चौधरी ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि यह उनके देश के लिए गौरव की बात है कि भारत के गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने का मौका मिला है। भारत के साथ यह जुड़ाव इसीलिए भी विशेष है कि बांग्लादेश की सेना अपने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय सेनाओं की अविस्मरणीय भूमिका के लिए हमेशा शुक्रगुजार है।