अहमदाबाद: इमारत की 7वीं मंजिल पर भीषण आग, 15 साल की बच्ची की मौत, 40 लोग बचाए गए
गुजरात के अहमदाबाद के शाहीबाग इलाके में आग से बड़ा हादसा हुआ है। इमारत की 7वीं मंजिल पर भीषण आग में एक लड़की की मौत हो गई है। जबकि कई लोग फंसे हुए हैं। दमकल विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। रेस्क्यू की कोशिशें लगातार जारी हैं। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं लग सका है।
इलाज के दौरान 15 की साल की बच्ची की मौत
अहमदाबाद के शाहीबाग इलाके में एक बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। आग की घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग फौरन मौके पर रवाना हुआ। घटनास्थल पर पहुंचकर दमकल की टीम ने बिल्डिंग की 7वीं मंजिल से 15 साल की एक लड़की को रेस्क्यू किया। आग में झुलसी हुई बच्ची को 108 की टीम ने अस्पताल पहुंचाया लेकिन इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया। हालांकि जानकारी मिली है कि मृतक बच्ची के परिवार के चार अन्य सदस्य अपनी जान बचाकर निकलने में कामयाब रहे।
बिल्डिंग के टॉप फ्लोर से 40 लोग रेस्क्यू
अधिकारियों ने बताया कि आग की घटना शाहीबाग इलाके में 11 मंजिला ऑर्चिड ग्रीन सोसाइटी में सुबह के समय हुई। संभागीय अग्निशमन अधिकारी ओम जडेजा ने कहा, ‘‘दमकलकर्मियों ने सातवें फ्लोर पर स्थित इस फ्लैट की बालकनी से प्रांजल जीरवाला को निकाला। उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। ’’ उन्होंने बताया कि इस बिल्डिंग के टॉप फ्लोर से कम से कम 40 लोगों को सुरक्षित बाहर लाया गया। जडेजा ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि विद्युत तारों के अत्यधिक गर्म हो जाने के कारण आग लगी क्योंकि संबंधित फ्लैट के बाथरूम में गीजर चालू रह गया था।
अग्निशमन अधिकारी ने बताया आग कैसे लगी
उन्होंने कहा, ‘‘सुरेश जीरवाला के फ्लैट में आग लगी जहां वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। उनके साथ उनकी भतीजी भी रह रही थी। सुबह वह नहाने गई और उसका बेडरूम बंद था। अचानक आग लग गई और और बेडरूम में फैल गई।’’ अधिकारी ने बताया कि जैसे ही आग की लपटें उठने लगीं, सुरेश जीरवाला, उनकी पत्नी और दो बच्चे बाहर भागे लेकिन प्रांजल अंदर फंस गई। उन्होंने कहा, ‘‘वह फ्लैट की बालकनी से मदद के लिए चिल्लाई। बालकनी में लोहे की ग्रिल लगी थी।’’
रेस्क्यू के वक्त बच्ची के शरीर में हरकत थी
जडेजा ने कहा, ‘‘बचावकर्मियों का एक दल आठवें तल से एक सीढ़ी और अन्य उपकरणों की मदद से उस फ्लैट तक गया और ग्रिल को काटा।’’ उन्होंने बताया कि जब लड़की को निकाला गया तब वह बेहोश जरूर थी लेकिन उसके शरीर में हरकत थी। उन्होंने कहा कि उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन ‘‘उसे बचाया नहीं जा सका क्योंकि वह बुरी तरह झुलस चुकी थी और सदमे में भी थी।’’ जडेजा ने बताया कि 15 दमकल गाड़ियों ने 35-40 मिनट में आग पर काबू पा लिया।