शिमला से पकड़े गए अफगानी तस्करों ने उगले बड़े राज, होटलों व पार्टिंयों में सप्लाई होना था मादक पदार्थ
देश में तेजी से फैल रहे मादक पदार्थ के काले कारोबार की जड़ें एनसीआर व दिल्ली में गहरी हैं। डायरेक्ट्रेट आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआइ) लखनऊ यूनिट ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई 3000 किलो हेरोइन के मामले के तार दिल्ली व एनसीआर से जुड़े होने के साथ ही कई और अहम जानकारियां जुटाई हैं। डीआरआइ ने कोकीन व हेरोइन की बड़ी खेप बरामद करने के साथ ही नोएडा व दिल्ली में तस्करों के कई ठिकानों पर छापेमारी कर अहम जानकारियां जुटाई हैं। तस्करों के बीच लेनदेन का हवाला नेटवर्क भी सामने आया है।
डीआरआइ लखनऊ यूनिट ने बीते दिनों कई स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान 10.2 किलो कोकीन, 11 किलो हेरोइन व 38 किलो अन्य मादक पदार्थ बरामद किए हैं। इनमें सिंथेटिक ड्रग्स भी शामिल है। डीआरआइ के एक अधिकारी के अनुसार बरामद हेरोइन व कोकीन गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में पकड़े गए मादक पदार्थों से जुड़ी खेप का हिस्सा है। मुंद्रा में पकड़ी गई हेरोइन से पहले इस खेप की सप्लाई होने की आशंका है। जिसे नोएडा, दिल्ली व अन्य स्थानों पर सप्लाई किया गया था। बीते दिनों पकड़े गए अफगानिस्तान के दो नागरिकों व उज्बेकिस्तान की महिला से पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आने के बाद जांच तेज की गई थी। इसी कड़ी में सोमवार को शिमला (हिमाचल प्रदेश) से भी दो अफगानी नागरिक पकड़े गए, जिनसे पूछताछ में हवाला नेटवर्क से लेकर अन्य जानकारियां सामने आई हैं।
बरामद मादक पदार्थ होटलों व पार्टिंयों में सप्लाई किया जाना था। नोएडा से ही देश के अन्य हिस्सों में हेरोइन व कोकीन की सप्लाई की जानी थी। जल्द अफगानिस्तान से जुड़े मादक पदार्थ तस्करों के इस सिंडीकेट के अन्य सक्रिय सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। तस्करों के कुछ साथियों की तलाश भी चल रही है। डीआरआइ अधिकारियों का कहना है कि बरामद मादक पदार्थों की सप्लाई देश के अन्य हिस्सों में भी की जानी थी। तस्करों के इस पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर अफगानिस्तान से लाई गई 3000 किलो हेरोइन बरामद की गई थी।