खेतों में ही हो रहा आलू का सौदा, आगरा में किसानों के चेहरे खिले



आलू किसानों को अगले वर्ष भी फसल के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद है। फसल पूरी तहर से तैयार भी नहीं हुई है और व्यापारियों ने आलू खरीदना भी शुरू कर दिया है। ब्लाक के कई किसान ऐसे हैं, जिनकी आलू की फसल का सौदा भी हो चुका है।
दिल्ली में भले ही कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन चल रहे हों, लेकिन तहसील के किसान और व्यापारी आलू के आसमान छूते भाव और भविष्य में और महंगा बिकने के संकेतों के चलते खरीद-फरोख्त में जुट गए हैं। व्यापारी किसानों से सीधा संपर्क करके एक हजार से 1200 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर किसान के आलू का सौदा कर रहे हैं। ब्लाक के लगभग 14 से 15 किसान फसल आने से पहले ही फसल का सौदा कर चुके हैं। क्षेत्र में इस वर्ष आलू की खेती की पांच फीसद बढ़ोतरी की उम्मीद है। जिला उद्यान अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि जनपद में 300 क्विंटल प्रति हेक्टेअर आलू की उपज होती है। वहीं किसानों का कहना है कि कृषि कानूनों से किसानों को काफी उम्मीद है। मंडी शुल्क माफ होने के अलावा किसानों को इसका और भी लाभ मिलने वाला है।
100 बीघा में आलू की फसल की है। इस बार भी कोल्ड स्टोर में आलू जमा करेंगे। सहीं भाव आने पर बेचेंगे।
-किसान प्रमोद रावत, निवासी गांव खादरपुरा
40 बीघा में आलू की फसल से इस बार बहुत उम्मीद है। इस बार भी आलू का भाव ठीक-ठाक रहने की उम्मीद है।
-किसान देवलाल वर्मा, निवासी नगला गढ़रिया
हर वर्ष 35 बीघा आलू की खेती करते हैं। इस बार भी आलू के दामों में उछाल की आशंका है।
-किसान राजा भैया, निवासी गांव गढ़ी उदयराज
30 बीघा आलू की खेती की है। इस बार फसल तैयार होने से पहले ही व्यापारी आलू खरीदने के लिए आ रहे हैं।
-किसान अवधपाल सिंह, निवासी गांव गढ़ी उदयराज