फाइजर ने अभी तक भारत में अपनी कोरोना वैक्सीन के लाइसेंस के लिए नहीं किया आवेदन: सूत्र



नई दिल्ली, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी फाइजर इंक को अपनी कोरोना वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग के लिए दो बार लिखित में आग्रह किया है, ताकि आवेदन को समय पर संसाधित किया जा सके, लेकिन फाइजर ने अभी तक लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं किया है। कोरोना वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर अमेरिकी कंपनी है। सूत्रों का कहना है कि फाइजर को भारत में इमरजेंसी यूज की मंजूरी अभी तक नहीं मिली है और ना ही कंपनी ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।
कोविड-19 टीका निर्माता कंपनी मॉडर्ना को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपातकालीन उपयोग को मंजूरी प्रदान की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब तक एस्ट्राजेनेका, फाइजर-बायोनटेक और जॉनसन एंड जॉनसन के टीकों आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है। इजरायल सरकार के अनुसार फाइजर टीका हाल के हफ्तों में इजरायल के लोगों को कोरोना वायरस से बचाने में कम प्रभावी था, लेकिन यह कोविड-19 के खिलाफ एक मजबूत ढाल बना रखता है।
अगर फाइजर ने जल्द ही लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं किया, तो यह भारत में COVID-19 टीकाकरण अभियान के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, जो पहले से ही वैक्सीन की खुराक की कमी से जूझ रहा है। एक अध्ययन के अनुसार, फाइजर वैक्सीन की एक खुराक 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में SARS-CoV-2 से संक्रमण से लगभग 60 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करती है।
डेल्टा वैरिएंट जो पहली बार भारत में उभरा अब दुनिया भर में फैल रहा है और पूरे विश्व की सरकारें लोगों को टीका लगाने की में लगी हुई हैं। मगर इस समय टीके की कमी सबसे बड़ी समस्या बन रही हैं। एक तरफ जहां भारत टीके की कमी से जुझ रहा है वहीं पिछले 24 घंटों में 34,703 नए कोरोना के मामले मिले है, हालांकि यह आकंड़े पिछले 111 दिनों में सबसे कम है। तो वही रिकवरी रेट 97.17 प्रतिशत हो गई है।