लखनऊ में Republic Day की परेड पर नहीं पड़ेगा कोविड-19 का साया, पूरी क्षमता से प्रदर्शन करेगी सेना
कोविड-19 का साया भी इस बार गणतंत्र दिवस के जोश को कम नहीं कर सकेगा। उसी उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस परेड पर सेना अपने शौर्य का प्रदर्शन करेगी, जिस उमंग के साथ सेना के वीर जांबाज हर साल अपनी क्षमता का परिचय कराते हैं। इस बार भी भारत के आधुनिक युद्धक टैंक टी-90 की गडग़ड़ाहट शहर की सड़कों पर सुनाई देगी।
सेना ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। टी-90 टैंक समेत सभी साजोसामान लखनऊ छावनी पहुंच गए हैं। यहां उनको फुल ड्रेस रिहर्सल में दौड़ाने की तैयारी की जा रही है। पिछले साल कोरोना के तेजी से बढ़ते प्रकोप के बाद, अब जबकि हालात तेजी से बदल रहे हैं, गणतंत्र दिवस परेड में जिला प्रशासन और सेना के समन्वय से पूर्व की तरह प्रदर्शन की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। सेना की ओर से परेड कमांडर के रूप में कर्नल रैंक की अधिकारी को चयनित कर लिया गया है।
परेड में दो टी-90 टैंक, दो इंफेंट्री फाइटिंग व्हीकल बीएमपी, एक आम्र्ड रिकवरी व्हीकल (एआरवी), एक एएम 50 ब्रिज, एक पीएमएस ब्रिज, दो आर्टिलरी गन और एक एमएमजी माउंटेड जीप गणतंत्र दिवस परेड की शोभा बढ़ाएगी। सेना के पांच बैंड इस बार परेड में ‘जहां डाल-डाल पर सोने की चिडिय़ा’ जैसे देशभक्ति गीतों की धुन बिखेरेंगे, वहीं तीन पाइप और दो ब्रास बैंड की टुकड़ी होगी। यह बैंड टुकड़ी बीटिंग द रिट्रीट में भी हिस्सा लेगी। इसी तरह मार्च पास्ट में सेना की दो टुकडिय़ां सधे हुए कदमताल का प्रदर्शन करेंगी। सभी साजो सामान को सेना की ट्रेनिंग बटालियन के मैदान में लाकर उनका रंगरोगन किया जा रहा है।