बलूचिस्तान को इमरान सरकार ने फाइजर कोरोना वैक्सीन की महज 1000 डो़ज उपलब्ध कराई
बलूचिस्तान । 1.23 करोड़ से अधिक आबादी वाले बलूचिस्तान को इमरान खान सरकार द्वारा कोरोना वायरस की फाइजर वैक्सीन की लगभग 1,000 खुराक ही उपलब्ध कराई गई है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर ने कहा कि बेहद कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। बलूचिस्तान के प्राथमिक और माध्यमिक स्वास्थ्य देखभाल के सचिव अजीज अहमद जमाली ने पुष्टि की कि प्रांतीय सरकार को एनसीओसी से फाइजर के टीकों की 1000 खुराक मिली है। सिविल अस्पताल क्वेटा, बीएमसी अस्पताल, फातिमा जिन्ना अस्पताल और सेंटर अस्पताल में केवल उन लोगों को टीका लगाया जाएगा जिनकी इम्युनिटी बहुत कमजोर है।
अजीज अहमद जमाली के अनुसार फाइजर का टीका कैंसर, डायलिसिस, किडनी ट्रांसप्लांट, टीबी, एचआइवी/एड्स और क्रोनिक हेपेटाइटिस के रोगियों को दिया जाएगा। उन्होंने ऐसे रोगियों को डॉक्टर प्रिसक्रिप्शन, लैब टेस्ट और एक्स-रे रिपोर्ट की एक फोटोकॉपी के साथ फाइजर वैक्सीन के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने की सलाह दी। बलूचिस्तान एक संसाधन संपन्न लेकिन सबसे कम विकसित प्रांत है, जहां पिछले कई दशकों से आजादी के लिए आंदोलन चल रहा है। कई बलूच लोगों का मानना है कि यह क्षेत्र 1947 से पहले स्वतंत्र था और पाकिस्तान द्वारा इसपर जबरन कब्जा कर लिया गया था।
देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि फरवरी में अपना टीकाकरण अभियान शुरू करने के बाद से पाकिस्तान को 1.45 करोड़ कोरोना वायरस वैक्सीन की खुराक मिली है। पाकिस्तान को कोवैक्स सुविधा के तहत फाइजर वैक्सीन के 100,000 से अधिक डोज की पहली खेप प्राप्त हुई है। देश में 1,876 टीकाकरण केंद्र हैं, जिन्हें सरकार ने 4,000 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
वितरण का प्रांत-वार विवरण प्रदान करते हुए, पाकिस्तान सरकार ने कहा कि पंजाब को एमआरएनए वैक्सीन की 26,000 खुराक मिलेगी, जबकि सिंध को 12,000 खुराक मिलेगी। उन्होंने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा को 8,000 खुराकें भेजी गई हैं। इस बीच, बलूचिस्तान को केवल 1,000 खुराक मिली हैं। दक्षिण एशियाई देश ने अब तक पांच टीकों – चीन के सिनोफार्म, कैनसिनो और सिनोवैक, यूके के एस्ट्राजेनेका और रूस के स्पुतनिक को आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी है। इसने चीन की मदद से स्थानीय स्तर पर कैनसिनो वैक्सीन का उत्पादन भी शुरू कर दिया है।