आज से खुलेंगे सभी क्लासेस के लिए दिल्ली के स्कूल, फॉलो करने होंगे ये नियम
दिल्ली सरकार के आदेश के बाद अब आज, 1 नवंबर 2021 से स्कूल खुलने जा रहे हैं। इस दौरान सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक संस्थानों को खोला जाएगा। हालांकि 9वीं से 12वीं के लिए सितंबर के पहले सप्ताह में खोले जा चुके हैं, लेकिन अब 1 नवंबर से स्कूल खोलने के लिए DDMA ने गाइडलाइन जारी कर दी थी। ऐसे में स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स यह दिशा-निर्देश चेक कर सकते हैं।
Schools reopening in Delhi from Nov 1: चेक करें गाइडलाइन
- स्कूलों को कक्षाओं में बैठने की क्षमता के लिए केवल 50% तक ही कक्षाएं भरी जाएंगी। इसके साथ ही कंटेनमेंट जोन में रहने वालों को परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी।
- इसके साथ ही, कुछ शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं की संख्या को देखते हुए दोहरी शिफ्ट में कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।दिशानिर्देशों में कहा गया है कि सुबह की फर्स्ट शिफ्ट में निकले वाले ग्रुप और शाम की शिफ्ट में ग्रुप के बीच निकलने कम से कम 1 घंटे का अंतर होना चाहिए।
- टीकाकरण या राशन केंद्रों के लिए नियुक्त स्कूलों में क्षेत्र स्पष्ट रूप से सीमांकित किया जाएगा और उन्हें, शैक्षणिक गतिविधियों वाले क्षेत्र से अलग किया जाएगा।
- संस्थानों में प्रवेश और निकास द्वार भी अलग-अलग होने चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों क्षेत्रों में मौजूद लोग एक-दूसरे से न मिलें।
- दोपहर के भोजन, किताबों या किसी अन्य स्थिर सामान को शेयर करने की अनुमति नहीं है क्योंकि यह स्पर्श को बढ़ावा दे सकता है और ऐसे में छात्र-छात्राओं को समस्या हो सकती है।
- स्कूलों के खुले क्षेत्रों में भीड़भाड़ से भी हर समय बचना चाहिए।
- स्टूडेंट्स ध्यान दें कि स्कूलों में उपस्थिति अनिवार्य नहीं है। कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में संचालित की जाएंगी।
भले ही 1 नवंबर से दिल्ली में सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खुल रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों की इस फैसले पर अलग-अलग रहा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जहां स्कूल और प्रधानाध्यापक हैं जिन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है, वहीं स्टूडेंट्स के माता-पिता के कुछ समूह हैं, COVID-19 के संभावित प्रसार के बारे में चिंतित हैं। उनका मानना है कि क्योंकि कम आयु वर्ग के छात्रों को टीका नहीं लगाया जाता है। .ऐसे में उनको भेजना जोखिम भरा हो सकता है।