विघ्न और बाधाएं दूर करने के लिए ऐसे करें गणेश जी को प्रसन्न
भगवान गणेश विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता हैं, इनके पूजन से भक्तों के सभी प्रकार के संकट और बाधाएं दूर होते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने भी त्रिपुरासुर का वध करने में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए गणेश वंदना की थी। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है, इस दिन गणेश जी को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे सरल उपाय बताएंगे, जिनकी सहायता से गणेश जी का पूजन करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं।
दूर्वा करें अर्पण
गणेश जी को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय है , दूर्वा अर्पण करें। दूर्वा एक विशेष प्रकार की घास है , जो क्षैतिज दिशा में अपनी गांठों के सहरे बढ़ती है। इसे दूब या दूब घास भी कहते हैं। हर बुधवार को 11 गांठ दूर्वा चढ़ाने से गणेश भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
मोदक का भोग लगांए
भगवान गणेश को मोदक अतिप्रिय है। अधिक मात्रा में मोदक खाने के कारण ही गणेश जी को लम्बोदर या महाकाय भी कहा जाता है। गणेश जी को मोदक का भोग लगाने से व्यक्ति के घर में धन-धान्य की कभी कोई कमी नहीं रहती।
माथे पर लाल सिंदूर का तिलक करें
लाल सिंदूर सौभाग्य का सूचक माना जाता है तथा भगवान गणेश को अत्यंत प्रिय है। गणेश जी को लाल सिंदूर का तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर भी सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। इससे व्यक्ति का भाग्य प्रबल होता है।
अक्षत चढ़ायें
अक्षत, बिना टूटे हुए या साबूत चावल के दानों को अक्षत कहते हैं। भगवान गणेश को अक्षत अर्पण करते समय ध्यान रखें कि सूखे अक्षत नहीं चढ़ाना चाहिए। थोड़े से जल से धो कर अथवा गीला करके ही अक्षत का भोग लगायें।
इसके अतिरिक्त भगवान गणेश के प्रिय मंत्र “ऊं गं गणपतये नमः” का जाप करने से सभी प्रकार के विघ्न समाप्त होते हैं तथा मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।