अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के बीच पीटीआइ सरकार ने पीएमओ के यूट्यूब चैनल का नाम बदलकर किया ‘इमरान खान’
मुश्किलों में घिरे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को इन दिनों अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने अपने यूट्यूब चैनल का नाम बदलकर ‘इमरान खान’ कर दिया है। नाम बदले जाने को लेकर इंटरनेट यूजर्स इमरान सरकार पर जमकर तंज कस रहे हैं। नाम बदलने का काम पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के एक दिन बाद किया गया है। शुक्रवार को इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैठक बुलाई गई। हालांकि, शुक्रवार को प्रस्ताव पेश किए बिना नेशनल असेंबली को 28 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार अभी ‘इमरान खान’ नाम के चैनल को यूट्यूब ने टिक के साथ सत्यापित नहीं किया है।
चैनल जिसके वर्तमान में 150,000 से अधिक फालोअर्स हैं। प्रधानमंत्री के भाषणों और पीएम के रूप में कार्यभार संभालने के बाद उनकी गतिविधियों को इस चैनल अपलोड किया जाता है। हालांकि, यह इमरान खान के कार्यालय के लिए चुने जाने के एक साल बाद 2019 में बनाया गया था।
इस घटना को लेकर पाकिस्तान सरकार के डिजिटल मीडिया विंग के महाप्रबंधक इमरान गजाली का ने बताया कि उनका विंग केवल प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर और फेसबुक खातों का प्रबंधन करता है। उन्होंने कहा कि यूट्यूब चैनल हमारे विभाग के अंतर्गत नहीं आता है।
वहीं, इंटरनेट यूजर्स ने हाल ही में प्रधानमंत्री कार्यालय के यूट्यूब चैनल का नाम बदलने पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।चैनल में आज अपलोड किए गए इमरान खान की मनसेहरा रैली के एक वीडियो पर एक यूजर ने पूछा कि उन्होंने चैनल के नाम से ‘प्रधानमंत्री’ को क्यों हटा दिया है।
बता दें कि इस्लामाबाद में विपक्षी पार्टी पीपीपी के लंबे मार्च के बाद 8 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। विपक्ष को भरोसा है कि उसका प्रस्ताव सफल होगा क्योंकि पीटीआइ के कई विधायक पीएम इमरान खान के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं।