नाइजीरियन गैं
गोवा के चीफ सेक्रेटरी परिमल राय की ई-मेल आइडी हैक कर नाइजीरियाई ठग ने एक लाख रुपये उड़ा दिये। ठगी की रकम गिरोह के सरगना ने बरेली के दो गुर्गों के खातों में भेजी। गोवा क्राइम ब्रांच पुलिस के इनपुट पर दोनों डी हैक कर नाइजीरियाई गैंग ने उनके खाते से एक लाख रुपये उड़ा दिये। ठगी की रकम बरेली के धंतिया के रहने वाले युवक शिवकुमार व हाफिजगंज के हरहरपुर मटकली के रहने वाले गुलाम गौश के खाते में पहुंची है। चीफ सेक्रेटरी का मामला देख अकाउंट नंबर से मिले पते के आधार पर गोवा पुलिस के साथ लोकल पुलिस भी तत्काल दोनों की तलाश में जुट गई।
शिवकुमार व गुलाम गौश दोनों की लोकेशन सीबीगंज क्षेत्र में मिली। सीबीगंज पुलिस की मदद से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। क्राइम ब्रांच गोवा पुलिस की टीम दोनों से पूछताछ में जुटी है। गैंग के दोनों सदस्य नाइजीरियाई साइबर ठगों के लिए ठगी की रकम खपाने का काम करते हैं। दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर गोवा ले जाया जाएगा। गोवा पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी लगा दी है।
धंतिया का शिवकुमार रकम को लगाता है ठिकाने
शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि धंतिया का रहने वाला शिवकुमार आनलाइन लेन-देन के बारे में बेहद ही जानकार है। दिल्ली में बैठे नाइजीरियाई का शिवकुमार दायां हाथ है। ठगी की रकम नाइजीरियाई शिवकुमार के खाते में भेजता है। शिवकुमार बेहद ही कम समय में खाते में आई रकम को कई खाते में ट्रांसफर कर देता है। दाेनों ने एक साल से नाइजीरियाई के संपर्क में होने की बात कुबूली है। दोनों के खाते में कई लाख रुपये का एक साल के भीतर लेन-देन हो चुका है।
गुलाम गौश ने खुलवाए सौ से अधिक खाते
धंतिया के शिवकुमार का राइट हैंड बना हाफिजगंज का गुलाम गौश। गुलाम गौश शिवकुमार को खाते उपलब्ध कराने लगा। जिसमें ठगी की रकम भेजी जाने लगी। पूछताछ में सामने आया है कि गुलाम गौश ने एक साल के भीतर सौ से अधिक लोगों के खाते खुलवाए। मूल रकम का दस फीसद हिस्सा मिलने के लालच में लोग आसानी से आ जाते थे। पुलिस ऐसे खाताधारकों के तलाश में पुलिस जुटी हुई है। सीबीगंज पुलिस के साथ गोवा क्राइम ब्रांच ने ठगों की निशानदेही पर तमाम ठिकानों पर दबिश दी।
ई-मेल हैक कर ठगी नाइजीरियाई का ही है ट्रेंड
ई-मेल हैक कर खाता साफ करना नाइजीरिआई साइबर ठग का ही ट्रेंड है। बीते दिनों कानपुर के धागा व्यापारी के खाते से करीब ढाई कराेड़ रुपये भी इस तरीके से निकाले गए और ठगी की रकम बरेली के खातों में आई। इसमे एक नाइजीरिआई राबर्ट व उसका एक गुर्गा भी पुलिस के हत्थे चढ़ा था। पुलिस ने 27 लाख रुपये की बरामदगी के साथ 30 लाख रुपये फ्रीज कर दिये थे। साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि नाइजीरिआई ई-मेल हैक कर संबंधित व्यक्ति के बारे में सारी जानकारी जुटा लेता हैं फिर खाता साफ कर देता है।
दोनों के खाते में गोवा में हुई ठगी के रुपये आए हैं। दोनों के ठगी की रकम ठिकाने लगाने के लिए कई लोगों के खाते भी खुलवाने की बात भी सामने आई है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। – रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी