नई शिक्षा नीति में शिक्षा के स्तर में बदलाव कर युवकों को आधुनिक शिक्षा से जोड़कर रोजगार को मिला बढ़ावा: डॉ. दिनेश
कानपुर । बीएनएसडी इण्टर कालेज, चुन्नीगंज के शताब्दी वर्ष पूरे होने पर उपस्थित वयोवृद्ध पूर्व शिक्षक एवं पूर्व छात्रों को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने सम्मानित किया। बड़ी संख्या में उपस्थित शिक्षकों, छात्रों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनको आज यहां पर शिक्षकों को सम्मानित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस विद्यालय के पूर्व छात्रों ने विदेशों में भी अपनी अमिट छाप बनायी है। उन्होंने कहा कि अध्यापक की पहचान पठन,पाठन की प्रक्रिया से होती है। अध्यापक की कोई कीमत नही होती। उन्होंने कहा कि जिसने अध्ययन छोड़ दिया वह अध्यापक नही हो सकता। उन्होंने कहा कि कानपुर में पं. दीनदयाल उपाध्याय व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेई ने भी शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में शिक्षा के स्तर में बदलाव हो रहा है तथा युवकों को आधुनिक शिक्षा से जोड़कर रोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 250 माध्यमिक विद्यालय, 166 पं दीनदयाल मॉडल स्कूल 77 डिग्री कॉलेज तथा12 विभिन्न विश्वविद्यालय बन रहे हैं। इस मौके पर पूर्व शिक्षकों तथा पूर्व छात्रों का मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया, जिनमें प्रमुख रुप से अजय अग्निहोत्री, एसएन त्रिपाठी, केएन अवस्थी आदित्य शंकर पाजपेई, प्रमोद टण्डन, आरसी बाजपेई तथा पीसी महरोत्रा आदि को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक शिक्षा देकर समाज का परिवर्तन करता है। शिक्षकों को हमेशा नये-नये विषयों में अध्यन करते रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय 100 साल से अधिक पुराना है, विद्यालय परिवार का कर्तव्य है कि विद्यालय में अध्यनरत छात्रों का और अच्छा उज्ज्वल भविष्य कैसे बनाये इस पर विचार करना चाहिये। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिये नकल विहीन परीक्षायें आयोजित की गयी तथा परीक्षा केन्द्र ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था के साथ बनाये गये। परीक्षा केन्द्रों में सीसीटीवी कन्ट्रोलरुम, चार दिवारी व नकल विहीन परीक्षाये सम्पादित कराने हेतु आवश्यक व्यवस्थाये भी सुनिश्चित की गयी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में आधुनिक लैब ई-लाईब्रेरी वाईफाई की सुविधा स्टार्टअप की व्यवस्था की गयी है जिससे कि शिक्षण कार्यो में और अधिक सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि 70 वर्ष से अधिक पुराने अशासकीय विद्यालयों जो जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है उनकी मरम्मत हेतु स्कूल प्रबंधन द्वारा जो व्यय किया जायेगा उतनी धनराशि सरकार द्वारा मुहैया करायी जायेगी। वित्तविहीन शिक्षकों को मुख्यमंत्री पुरस्कार योजना में शामिल किये जाने तथा उनकी नियमावली भी शीघ्र बनायी जायेगी। इस अवसर पर उच्च शिक्षा,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, विधायकगण उपेन्द्र पासवान, सुरेन्द्र मैथानी,एमएलसी अरुण पाठक, डॉ. वीरेन्द्रजीत सिंह अध्यक्ष श्री ब्रह्मवर्त सनातनधर्म महामंडल सहित, जिलाध्यक्ष सुनील बजाज विद्यालय प्रबंधक सुरेन्द्र कक्कड, विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. आर.सी. सिंह, नीतू सिंह व डॉ. कमल किशोर गुप्ता सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।