नये शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से देश भर के छात्रों और पैरेंट्स को हैं ये उम्मीदें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट मंत्रीमंडल में बुधवार, 7 जुलाई 2021 को किये गये फेरबदल में पहले से पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और स्टील मंत्रालय संभाल रहे धर्मेंद्र प्रधान को अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गयी है। साथ ही, पहली बार सांसद के तौर पर कोडरमा (झारखण्ड) से चुनी गयी अन्नपूर्णा देवी के केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री के तौर पर पीएम के नये मंत्रीमंडल में जगह दी गयी। बता दें कि इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय संभाल रहे डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। साथ ही, शिक्षा राज्य मंत्री संजय शामराव धोत्रे ने भी इस्तीफा दिया था।
भुवनेश्वर (ओडिशा) स्थित उत्कल विश्वविद्यालय से एंथ्रोपोलॉजी में पोस्ट-ग्रेजुएट धर्मेंद्र प्रधान युवाओं से संबंधित कई मुद्दों पर सक्रियता से काम करते रहे हैं। इन मुद्दों में बेरोजगारी और कौशल आधारित शिक्षा की कमी, आदि शामिल हैं। उन्होंने देश के युवाओं को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है। धर्मेंद्र प्रधान देबेंद्र प्रधान के बेटे हैं, जो 1999-2004 की अटल बिहारी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे।
देश भर के छात्रों और पैरेंट्स हैं ये उम्मीदें
नीट (यूजी) 2021
केंद्रीय शिक्षा मंत्री के तौर पर नई जिम्मेदारी संभाल रहे धर्मेंद्र प्रधान से देश भर के छात्र-छात्राओं को कई उम्मीदें हैं। देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षाओं में से एक मेडिकल और डेंटल एंट्रेंस एग्जाम – राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (यूजी) यानि नीट (यूजी) को लेकर स्टूडेंट्स पूर्व शिक्षा मंत्री से लगातार करते रहे। देश भर के छात्रों की मांग है कि नीट यूजी 2021 परीक्षा की तारीख को महामारी के मद्देनजर आगे बढ़ाया जाए। साथ ही, नीट 2021 रजिस्ट्रेशन जल्द से जल्द शुरू करने की भी मांग उम्मीदवार मांग कर रहे हैं। बता दें नीट परीक्षा आयोजित करने वाली बॉडी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने परीक्षा की तारीख 1 अगस्त 2021 निर्धारित की है।
जेईई मेन 2021
इसी प्रकार, भले ही दो दिन पहले ही जेईई मेन 2021 के महामारी चलते लंबित चल रहे अप्रैल और मई सेशन की परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा की गयी, लेकिन स्टूडेंट्स दोनो सेशन की परीक्षाओं की तारीखों में 15-20 दिनों के अंतराल की मांग कर रहे हैं। अभी, एनटीए द्वारा अप्रैल सेशन 20 से 25 जुलाई तक और मई सेशन 27 जुलाई से 2 अगस्त 2021 तक कराया जाना निर्धारित है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 का क्रियान्वयन
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पिछले की गयी घोषणा के बाद इसके क्रियान्वयन और विभिन्न प्रस्तावों को देश भर के विद्यालयी शिक्षा और उच्च शिक्षा से स्तर पर लागू किया जाना बाकी है। जहां उच्च शिक्षा स्तर पर देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा प्रस्तावों को लागू करने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं, विद्यालयी स्तर पर अभी विशेष प्रयास किये जाने की आवश्यकता है।
स्कूल फीस
शैक्षणिक वर्ष 2019-20 और फिर वर्ष 2020-21 के दौरान पूरे देश में महामारी की रोकथाम के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों के बाधित होते रहने से देश भर से पैरेंट्स स्कूल फीस को लेकर रियायत की मांग कर रहे हैं। भले ही विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा स्कूलों को सिर्फ शिक्षण शुल्क यानि ट्यूशन फीस ही लिये जाने के निर्देश दिये गये हैं, लेकिन आए दिन किसी न किसी राज्य में निजी विद्यालयों द्वारा अतिरिक्त शुल्क लिये जाने की खबरें आती रहती हैं। शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए केंद्रीय स्तर पर स्कूल फीस के लिए कोई विशेष घोषणा का इंतजार देश भर के पैरेंट्स की मांग है।