25 April, 2025 (Friday)

इन चीजों के बिना अधूरी है चैत्र नवरात्रि की पूजा, यहां देखें कलश स्थापना और पूरी सामग्री लिस्ट

Chaitra Navratri 2023: 22 मार्च 2023 से चैत्र नवरात्रि शुरू होने वाली है जिसका समापन 30 मार्च 2023 को होगा। नवरात्रों का यह त्योहार हमारे भारतवर्ष में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसका जिक्र पुराणों में भी अच्छे से मिलता है। वैसे तो पुराणों में एक वर्ष में चैत्र, आषाढ़, अश्विन और माघ के महीनों में कुल मिलाकर चार बार नवरात्रों का जिक्र किया गया है, लेकिन चैत्र और अश्विन महीने के नवरात्रों को ही प्रमुखता से मनाया जाता है। बाकी दो नवरात्रों को तंत्र-मंत्र की साधना हेतु करने का विधान है। इसलिए इनका आम लोगों के जीवन में कोई महत्व नहीं है।

नवरात्रि के नौ दिनों में मां को तरह-तरह के भोग चढ़ाए जाते हैं। विभिन्न तरह की पूजा सामग्री की जरूरत होती है। अगर आप भी अपने घर में मां दुर्गा के आगमन में लगे हुए हैं तो पूजा समाग्री की पूरी लिस्ट देख लें। जिससे कि पूजा करते समय किसी परेशानी का सामना करना पड़े। आइए जानते हैं।

कलश स्थापना के लिए सामग्री

मिट्टी का कलश के साथ ढकने के लिए पराई जौ, साफ मिट्टी, रक्षा सूत्र, लौंग इलाइची, रोली, कपूर, आम के पत्ते, पान के पत्ते, साबुत सुपारी, अक्षत, नारियल, फूल, फल, चावल या फिर गेंहू, मिठाई, फल, मेवे, पूजा थाली, गंगाजल, नवग्रह पूजन आदि।

मां दुर्गा के श्रृंगार का सामान 
नवरात्रि के दौरान माता के श्रृंगार का विशेष ध्यान रखा जाता है। इसलिए इसकी सामग्री लाना बेहद जरूरी है। आप चाहें को 9 दिन रोज श्रृंगार कर सकते हैं या फिर नवरात्रि के पहले दिन से लेकर अष्टमी के दिन तक पूजा से पहले देवी का श्रृंगार करें। इसके लिए लाल चुनरी के साथ लाल चूड़ियां, सिंदूर, कुमकुम, मेहंदी, आलता, बिंदी, शीशा, कंघी जैसे श्रृंगार शामिल हो। इसके साथ ही माता की तस्वीर रखने के लिए चौकी और बिछाने के लिए लाल रंग का कपड़ा  ले लें।

प्रसाद के लिए सामग्री
फूलदाना, मिठाई, मेवा, फल, इलायची, मखाना, लौंग, मिश्री आदि होनी चाहिए।

अखंड ज्योति के लिए सामग्री
अगर आप नौ दिन का व्रत रख रहे हैं या फिर आप ऐसे ही नौ दिन अखंड ज्योति जला रहे हैं तो शुद्ध घी, बड़ा दीपक (पीतल), बाती और थोड़े चावल। इसके साथ ही दीपक को बंद होने से बचाने के लिए कांच का शीशा ढकने के लिए।

हवन के लिए सामग्री
हवन कुंड, रोजाना लौंग के 9 जोड़े, कपूर, सुपारी, गुग्गुल, लोबान, घी, पांच मेवा, चावल, आम की लकड़ी, धूप, लकड़ी, नौ ग्रह की लकड़ी आदि।

कन्या पूजन के लिए
कन्याओं के लिए वस्त्र, प्लेट, उपहार, अनाज, दक्षिणा आदि।

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