2 या 3 जून कब रखा जाएगा जेठ माह का पहला एकादशी व्रत?
देवघर -जेठ माह का पहला एकादशी को अपरा एकादशी कहा जाता है. जेठ महीने में सूर्य देव की तपिश चरम सीमा पर रहती है. इसलिए अपरा एकादशी में भगवान सूर्य को जल अर्पण करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. वैसे तो हर महीने दो एकादशी का व्रत रखा जाता है. एक कृष्ण पक्ष में दूसरा शुक्ल पक्ष में रखा जाता है.
अपरा एकादशी जेठ माह का पहला एकादशी है. जेठ के महीने में गंगा स्नान हनुमान जी की पूजा का भी काफी खास महत्व माना जाता है. अपरा एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने के साथ हनुमान जी की भी पूजा आराधना कर सकते हैं. इससे भाग्योदय होगा. हमेशा धन धान्य की वृद्धि होगी. तोह आईये देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते है. कब है अपरा एकादशी? इस दिन भगवान विष्णु की कैसे पूजा करे?
क्या कहते है देवघर के ज्योतिषआचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने कहा कि 2 जून को अपरा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इसके साथ ही इस दिन तीन शुभ योग सर्वार्थ सिद्धि योग आयुष्मान योग और सौभाग्य योग का निर्माण एक साथ हो रहा है. जिसके कारण इस दिन का महत्व दो गुना बढ़ जाता है.अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना करनी चाहिए. इससे व्यक्ति के दुखों का अंत हो जाता है. एकादशी के अगले दिन उसका पारण करना चाहिए. तभी व्रत का फल शुभ रहने वाला है. इसके साथ ही इस एकादशी में भगवान सूर्य को जल अर्पण करना ना भूले. इससे आप अपने शत्रु को परास्त कर पाएंगे. हर कार्यों में विजय प्राप्त होगी
कब से शुरु हो रही है एकादशी की तिथि
एकादशी तिथि की शुरुआत 2 जून अहले सुबह 4 बजकर 58 मिनट से होने जा रहा है. इसका समापन अगले दिन 3 जून सोमवार ब्रह्ममुहूर्त के 3 बजकर 28 मिनट मे हो रहा है. उदयातिथि को मानते हुए 2 जून को ही एकादशी का व्रत रखा जाएगा.
क्या ना करे एकादशी के दिन
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि एकादशी के दिन कांशा के बर्तन का उपयोग भूलकर भी नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही इस दिन बाल नाखून इत्यादि बोलकर भी नहीं कटवाना चाहिए नहीं तो व्रत का प्रभाव निष्फल हो जाएगा.
कैसे करे एकादशी मे भगवान विष्णु की पूजा
एकादशी के दिन सबसे पहले स्नान कर भगवान सूर्य को जल अर्पण करना चाहिए. इसके साथ ही उसे दिन भगवान विष्णु की पूजा कर विष्णु भगवान के अपराजिता स्तोत्र पाठ, एवम विष्णु भगवान के सहस्त्र नाम का पाठ अवश्य करें. इसके साथ ही अपरा एकादशी के विष्णु भगवान के ऊपर तुलसी,श्रीखंड, गंगाजल, एवम केला अवश्य अर्पण करना चाहिए.