पैसे की नहीं आएगी कभी दिक्कत, अगर फॉलो करेंगे ये 4 बातें
जब किसी के पास सैलरी से आय निश्चित हो तो कई बार इमरजेंसी पड़ने पर वो पैसे कम हो जाते हैं। ऐसे हालत में एक प्रॉपर प्लानिंग की जरुरत होती है। बजट बनाने से लेकर बीमा का लाभ उठाने तक, वित्तीय लक्ष्य हासिल करने के कई तरीके हैं। इस खबर में हम कुछ ऐसे ही तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप पैसे के प्रबंधन को लेकर निश्चिंत रहेंगे।
बजट बनाएं
सभी खर्च और प्राप्ति को लेकर लक्ष्य साफ हो। नकदी प्राप्ति को लेकर वेतन से आय, कोई भी सहायता राशि, संपत्ति से किराये की आय, गुजारा भत्ता की राशि, यदि कोई हो आदि शामिल हैं। दूसरी ओर खर्चों में कर्ज, EMI, बंधक, जीवन शैली जैसे सभी शामिल हैं। बजट बनाने से सब तस्वीर साफ रहेगी।
जरूरत को पहचानें
क्रेडिट कार्ड और कर्ज लेने से जीवन थोड़ा बेहतर ढंग से जिया जा सकता है लेकिन, कई बार ये आपको कर्ज के जाल में ढकेल सकते हैं। इसलिए, जो साधनों हो उनके भीतर रहना सीखना जरूरी है। व्यक्तियों को 50-30-20 नियम का पालन करना चाहिए ताकि वे आराम से सभी कर और आय को पहचान सकें।
यहां 50 प्रतिशत आय जरूरत पर, 30 प्रतिशत चाहत और 20 प्रतिशत बचत और निवेश में जाना चाहिए।
इमरजेंसी फंड
किसी को भी बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट या सुरक्षित फिक्स्ड-इनकम फंडों के माध्यम से एक इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए, जो कम से कम छह महीने के खर्चों को कवर कर सके।
एक इमरजेंसी फंड अल्पकालिक लक्ष्यों को पूरा करने में लंबा सफर तय कर सकता है और नौकरी की हानि, चिकित्सा इमरजेंसी आदि जैसी अचानक स्थितियों के दौरान आर्थिक रूप से मददगार हो सकता है।
जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा खरीदें
अधिकतम वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लोगों के पास पर्याप्त जीवन और चिकित्सा बीमा कवर होना चाहिए।