मोदी ने कहा- महामारी को मात देने के लिए हम होंगे सफल अगर.. मास्क पहनेंगे और बचाव के सभी नियमों का करेंगे पालन
कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच टीका उत्सव का आगाज हो गया है। अधिक से अधिक पात्र लोगों को टीका लगाने के मकसद से शुरू हुए इस महाभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ दूसरे महायुद्ध का आगाज बताया है। उन्होंने लोगों से चार अपील भी की हैं।
पीएम मोदी ने व्यक्तिगत और सामाजिक स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का किया आग्रह
देशवासियों को संबोधित ब्लॉग में प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी को मात देने के लिए व्यक्तिगत और सामाजिक स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है। इस महायुद्ध में उन्होंने लोगों को चार बिंदुओं पर खास ध्यान देने को कहा है। पहला ‘ईच वन, वैक्सीनेट वन’ यानी हर व्यक्ति बुजुर्गों और कम पढ़े-लिखे लोगों को टीका लगवाने में मदद करे। दूसरा ‘ईच वन, ट्रीट वन’ यानी प्रत्येक व्यक्ति संसाधनों की कमी या सही जानकारी से अनजान लोगों को बेहतर उपचार दिलाने में मदद करे। तीसरा ‘ईच वन, सेव वन’ यानी हर व्यक्ति मास्क पहने और खुद के साथ ही दूसरों की जिंदगी बचाए और चौथा ‘क्रिएट माइक्रो कंटेनमेंट जोन’ यानी कोरोना संक्रमण का एक भी मामला मिलने पर परिवार और समाज के सदस्य उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन में बदल दें। उन्होंने कहा कि भारत जैसे घनी आबादी वाले देश में महामारी से लड़ने के लिए ये महत्वपूर्ण उपाय हैं। उन्होंने विश्वास जताया है कि इन उपायों पर अमल कर भारत महामारी को काबू करने में सफल रहेगा।
एक भी डोज न जाए बेकार
प्रधानमंत्री ने टीकाकरण में संसाधनों के अत्यधिक उपयोग और टीके की बर्बादी को पूरी तरह से रोकने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि यह सभी को सुनिश्चित करना है कि टीके की एक डोज भी बेकार न जाए। साथ ही यह समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि कोई भी पात्र व्यक्ति टीका लेने से वंचित नहीं रहने पाए। आखिर में उन्होंने देशवासियों को ‘दवाई भी, कड़ाई भी’ की याद भी दिला दी है।
हर्षवर्धन की लोगों से एकजुट होने की अपील
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने देशवासियों से कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने टीका उत्सव में लोगों से बढ़कर भाग लेने और दूसरों को भी टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।
जेपी नड्डा ने कहा- टीका उत्सव को सफल बनाने में पार्टी कार्यकर्ता जुट जाएं
वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के सदस्यों से अधिक से अधिक पात्र लोगों को टीका लगवाने में मदद करने को कहा है। उन्होंने टीका उत्सव को सफल बनाने में जुट जाने की अपील की है।
राज्यों ने भी कसी कमर
इस महाभियान को सफल बनाने के लिए मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु और कर्नाटक से लेकर मणिपुर ने कमर कस ली है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इंफाल में जवाहर लाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में टीका उत्सव की शुरुआत करते हुए वैक्सीन की पहली डोज भी ली। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने बेंगलुरु में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में इस उत्सव की शुरुआत की।
टीका उत्सव को लेकर लोगों में उत्साह
झारखंड की राजधानी रांची में भी टीका केंद्रों के बाहर बड़ी संख्या में लोग टीका लगवाने के लिए बारी की प्रतीक्षा करते नजर आए। बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल और दिल्ली में भी टीका उत्सव को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिला।
ज्योतिबा फुले की जयंती से शुरू हुआ जिंदगी बचाने का महाभियान बाबा साहेब की जयंती तक चलेगा
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की गंभीर होती स्थिति पर हाल ही में मुख्यमंत्री के साथ चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने टीका उत्सव का सुझाव दिया था। रविवार को ज्योतिबा फुले की जयंती से शुरू हुआ चार दिनों का यह टीका उत्सव 14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती को खत्म होगा।
अब तक 10.15 करोड़ लगाए गए टीके
कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण की रफ्तार को और बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, दूसरे देशों की तुलना में भारत में अब तक की टीकाकरण की गति अच्छी है। भारत में 85 दिनों में 10 करोड़ करोड़ टीके लगाए हैं, जबकि अमेरिका में 89 और चीन में 102 दिनों में इतने टीके लगाए गए थे।
देश में एक दिन में 35 लाख से अधिक टीके लगाए गए
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार सुबह जारी किए गए टीकाकरण के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 35 लाख से अधिक टीके लगाए गए। इनको मिलाकर अब तक 10.15 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। टीका लगवाने वालों में सबसे ज्यादा 45 साल से अधिक उम्र के करीब सात करोड़ लोग शामिल हैं।