Mahashivratri 2021: शिवलिंग पर पुष्प अर्पित करने का है खास नियम, जानिए- कौन सी अंगुलियों का करें प्रयोग



महाशिवरात्रि का पर्व 11 मार्च को है। भगवान शिव को जल से अभिषेक सबसे प्रिय है। ज्योतिषविद भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि भगवान शिव पर फल, फूल और पुष्प अर्पित करते समय नियमों का पालन करना चाहिए। बेल पत्र और पुष्प अर्पित करने के लिए दाहिने हाथ की मध्यमा और अनामिका और अंगूठे का प्रयोग करना चाहिए। जिस प्रकार वह पेड़ों पर फलित होते हैं उसी तरह उन्हें शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
फूल को इस प्रकार रखना चाहिए कि उसका मुख ऊपर की ओर रहे। दूब और तुलसी दल को अपनी ओर रख कर चढ़ाना चाहिए। बेलपत्र कटे फटे नहीं होने चाहिए। शिव लिंग पर फल, फूल और पुष्प हटाने के लिए बाएं हाथ की तर्जनी अंगूठे का प्रयोग करना चाहिए। भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि भगवान शिव पर कि मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए अलग अलग तरल पदार्थ से अभिषेक करने का विधान है।
भारत ज्ञान भूषण ने बताया धन प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से, पशुधन प्राप्ति के लिए दही से, रोग निवारण के लिए कुशा युक्त जल से, स्थिर लक्ष्मी प्राप्ति के लिए घी और शहद से, पुत्र प्राप्ति के लिए शर्कर मिश्रित दूध से, संतान प्राप्ति के लिए गाय के दूध से, वंश वृद्धि और आरोग्य के लिए घी से, बुखार दूर करने के लिए जल से, विरोधियों से मुक्ति के लिए सरसों के तेल से, तपेदिक से मुक्ति के लिए शहद से अभिषेक करना चाहिए।