शर्मनाक! मां बनी कातिल, सौतेली मां ने तीन मासूमों को खाने में दिया जहर, एक बच्चे की मौत
मां की ममता को शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है. माँ अपने बच्चो के लिए किसी संसार से कम नहीं होती है. दूसरी तरफ झारखंड में एक कलयुगी मां ने मां की ममता को कलंकित करते हुए तीन नाबालिग मासूम बच्चों को खाने में जहर मिलाकर खिला दिया. एक बच्चे की मौत हो गई जबकि एक और बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है.मां की ममता को शर्मसार करने वाली यह घटना झारखंड के गिरिडीह जिले के तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत गड़कुरा पंचायत के रोहनटाड गाँव में हुई है.
यहां एक कलयुगी सौतेली मां सुनीता हांसदा ने अपने पति सुनील सोरेन की पहली पत्नी से जन्मे 3 वर्षीय अनील सोरेन,8 वर्षीय शंकर सोरेन और 12 वर्षीय विजय सोरेन घर में बने मुर्गा और चावल में जहर मिलाकर खिला दिया. हालांकि खाने में स्वाद अच्छा नहीं होने की बात कह कर 12 वर्षीय विजय सोरेन ने बीच में ही खाने को छोड़ दिया. वहीं 3 वर्षीय मासूम अनिल सोरेन और 8 वर्षीय शंकर सोरेन को कलयुगी सौतेली मां सुनीता हांसदा ने अपने हाथों से जहर मिला हुआ खाना खिला दिया.
बच्चों को घर में सुलाकर फरार हुई कलयुगी मां
जहर मिला हुआ खाना खाने की वजह से थोड़ी ही देर बाद 3 वर्षीय मासूम अनिल सोरेन और 8 वर्षीय शंकर सोरेन की तबीयत बिगड़ने लगी. दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ता देख सौतेली माँ सुनीता हांसदा ने दोनों बच्चों को उनके दादा दादी के घर में सुला कर फरार हो गई. दोनों भाइयों की तबीयत बिगड़ता देख सुनील सोरेन के बड़े बेटे सोनू ने अपनी चाची अंजू हेंब्रम को जानकारी दी. इसके बाद भागी भागी पहुंची चाची अंजू हेंब्रम ने देखा कि दोनों नाबालिक बच्चे अचेत अवस्था में पड़े हुए हैं और उनके मुंह से झाग निकल रहा है. इसके बाद चाची अंजू हेंब्रम ने पूरे घटना की जानकारी चाइल्ड लाइन को दी. पटना की जानकारी मिलते ही चाइल्डलाइन के सदस्य रोहनटाड गांव पहुंचे. तब तक 3 वर्षीय नाबालिक मासूम अनिल सोरेन की मौत हो चुकी थी. वहीं आनन-फानन में 8 वर्षीय शंकर सोरेंन को चाइल्ड लाइन के द्वारा अचेत अवस्था में तिसरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने गिरिडीह रेफर कर दिया.
गांव वालों की मदद से महिला गिरफ्तार
रोहनटाड़ गांव में सौतेली मां द्वारा नाबालिक बच्चों को खाने में जहर मिलाकर खिलाने और एक बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही तिसरी थानां प्रभारी पीकू प्रसाद के नेतृत्व में दलबल गांव पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली. बच्चों को जहर युक्त खाना खिलाने के मामले में फरार चल रहे आरोपी सौतेली मां सुनीता हांसदा को गांव वालों की मदद से गोरियाचू गांव से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की गिरफ्त में आई आरोपी सौतेली मां सुनीता हंसता ने कड़ाई से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान महिला ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने अपने पति सुनील सोरेन की पहली पत्नी शौलीन मरांडी के बच्चों को मारने की नियत से घर में मुर्गा और चावल बनाया था. जिसमें उसने जहर मिला दिया था. पति की पहली पत्नी से जन्मे बच्चों को वह देखना नहीं चाहती है, इसलिए एक-एक कर सभी बच्चों को मारने के लिए उसने खाने में जहर मिलाया था.
दो साल पहले सांप के काटने से हुई थी पहली पत्नी की मौत
ग्रामीणों के अनुसार रोहनटांड निवासी सुनील सोरेन की पहली पत्नी शौलीन मरांडी की मौत 2 वर्ष पहले सांप काटने की वजह से हो गई थी. उन दोनों का चार बेटा और एक बेटी है. पत्नी की मौत होने के बाद सुनील सोरेन ने घर और बच्चों को संभालने के लिए इसी वर्ष गिरिडीह जिले के गांवा थाना क्षेत्र के गोरियाचू गांव की रहने वाली सुनीता हांसदा से शादी की थी. शादी के कुछ ही महीनों के बाद सौतेली मां सुनीता हांसदा का सुनील सोरेन की पहली पत्नी से जन्मे बच्चों के प्रति व्यवहार बदल गया. और अंततः सौतेली मां ने खौफनाक कदम उठाते हुए बच्चों को खाने में जहर मिलाकर खिला दिया जिसे एक मासूम की मौत हो गई.