लखनऊ में हॉस्टल में फंदे पर लटका मिला छात्रा का शव, डेढ़ पन्ने के सुसाइड नोट में बताई अपनी पीड़ा
न्यू हैदराबाद कॉलोनी में स्थित एक हॉस्टल में रह कर पढ़ाई कर रही नेशनल पीजी कॉलेज की छात्रा दीक्षा (20) ने जान फांसी लगा ली। बुधवार रात हॉस्टल के कमरे में फंदे पर उसका शव लटका मिला। फोन न रिसीव होने पर माता-पिता ने उसके चाचा को भेजा तो घटना की जानकारी हुई। इंस्पेक्टर महानगर प्रदीप कुमार सिंह के मुताबिक छात्रा दीक्षा करीब एक साल से यहां हॉस्टल में रह रही थी।
बुधवार सुबह से उसके पिता नीरज कुमार और मां लगातार फोन कर रही थी। फोन रिसीव न होने पर नीरज ने त्रिवेणीनगर में रहने वाले अपने भाई मोहन को सूचना दी। सूचना पर मोहन करीब आठ बजे रात में छात्रा के हॉस्टल पहुंचे। वहां कमरा अंदर से बंद था। काफी देर तक खटखटाते रहे कोई उत्तर न मिलने पर उन्होंने रोशनदान से अंदर देखा। कमरे में पंखे से दुपïट्टे के सहारे दीक्षा का शव फंदे पर लटका देख उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम और परिवारीजनों को घटना की जानकारी दी।
पुलिस ने पहुंचकर दरवाजा तोड़ा और फंदे से शव को उतारा। इस बीच पहुंचे छात्रा के स्वजनों ने बताया कि बेटी बीए करना चाह रही थी। पर उस पर दबाव बनाकर बीएससी में दाखिला कराया गया था। इस बात से वह नाराज थी। मंगलवार को मां से फोन पर भी इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके बाद उसने फोन काट दिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि छात्रा के कमरे से डेढ़ पन्ने का एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने खुद को मौत का जिम्मेदार बताते हुए। परिवार के बारे में लिखा है।