हनी ट्रैप का शिकार सेना का पूर्व सैनिक, वॉट्सएप पर ISI की महिला एजेंट को भेजी गोपनीय सूचनाएं
आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए जासूसी करने के बड़ेे मामले में सेना के पूर्व जवान सौरभ शर्मा समेत दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। हापुड़ के निवासी सौरभ शर्मा के साथी अनस गितौली को गुजरात में गोधरा से पकड़ा गया है। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है। आरोपित सौरभ हनीट्रैप का शिकार हो गया था। वह फेसबुक के जरिये पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट के संपर्क में आया था।
एटीएस के अधिकारियों के अनुसार फेसबुक पर जान पहचान बढ़ने के बाद दोनों मैसेंजर पर एक-दूसरे के करीब आए थे। इसके बाद उनके बीच वॉट्सएप पर चैटिंग शुरू हो गई थी। महिला एजेंट के झांसे में आकर सौरभ रुपयों के लालच में उसे सेना की गोपनीय सूचनाएं भेजने लगा था। माना जा रहा है कि आरोपित अनस भी महिला एजेंट के सीधे संपर्क में था।
खातों में ट्रांसफर की गई थी रकम : एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि आरोपित सौरभ ने सेना के महत्वपूर्ण दस्तावेजों की फोटो वॉट्सएप के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट को भेजी थीं और इसके बदले उसके खातों में रकम ट्रांसफर की गई थी। कुछ रकम सौरभ की पत्नी के खातों में भी भेजी गई और उसे तीन-चार बार नकद रुपये भी उपलब्ध कराए गए।
सौरभ ने स्वीकार किया अपना जुर्म : एटीएस ने सौरभ को सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर उससे सिलसिलेवार पूछताछ शुरू की है। सौरभ के कब्जे से दो मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड व एक मेमोरी कार्ड बरामद हुआ है। उसके मोबाइल व मेमोरी कार्ड की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। एडीजी ने प्रेसवार्ता में बताया कि हापुड़ के बहादुरगढ़ थानाक्षेत्र के ग्राम बिहुनी निवासी पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय बुलाया गया था। पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार करने पर सौरभ को गिरफ्तार कर लिया गया।
सौरभ की पत्नी की भूमिका की भी जांच : अनस को भी ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा। एटीएस उसे भी पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। सौरभ की पत्नी की भूमिका की भी जांच की जा रही है। आइजी ने बताया कि सौरभ वर्ष 2014 में पठानकोट में तैनात था और वर्ष 2020 में उसे स्वास्थ्य कारणों से सेना से बाहर कर दिया गया था। सौरभ ने सेना से जुड़े किन दस्तावेजों व ठिकानों की सूचनाएं कब-कब आइएसआइ से साझा की हैं, इसकी गहनता से छानबीन की जा रही है। मिलेट्री इंटेजीजेंस से मिली सूचनाओं के आधार पर एटीएस ने सौरभ के विरुद्ध छानबीन के कदम बढ़ाए थे।
तीन बार खाते में रकम आने के मिले प्रमाण : एटीएस सौरभ व उसकी पत्नी के बैंक खातों का ब्योरा खंगाल रही है। सूत्रों का कहना है कि अब तक की छानबीन में सौरभ व उसकी पत्नी के खाते में तीन बार रकम भेजे जाने के प्रमाण जुटाए गए हैं। इनमें एक बार 10 हजार रुपये व दो बार दो-दो हजार रुपये भेजे गए थे। तीन से चार बार सौरभ को नकद रुपये भी उपलब्ध कराए गए थे।