Holli 2021: नहीं पड़ेगी भद्रा की छाया, लखनऊ में गोमती आरती संग होलिका दहन 28 को
आदि गंगा गोमती की आरती के साथ मनकामेश्वर उपवन घाट पर 28 मार्च को होलिका दहन होगा। रंगोली सजाने के साथ ही पांच हजार कंडों से होलिका बनाने का कार्य गुरुवार से शुरू हो गया। महंत देव्या गिरि ने बताया कि घाट परिसर को आकर्षक रूप से मंडप और रंगोली बनाई जाएगी। कोरोना से बचाव के लिए कई औषधियों का प्रयोग भी होलिका में किया जाएगा। पूर्णिमा पर होने वाली गोमती आरती के साथ ही दहन होगा। होलिका में गिलोय, कपूर, लौंग, इलायची, गुग्गल, जौ, तिल, जावित्री, जायफल, पीली सरसों, पंच मेवा, नारियल गोला, आम के पत्ते व चंदन अर्पित किया जाएगा जिससे वातावरण शुद्ध हो। मास्क और सैनिटाइजर के साथ श्रद्धालुओं से आने की अपील की गई है। कोरोना से जागरूकता के लिए सेल्फी प्वाइंट भी तैयार किया जाएगा। होलिका की तैयारी में ईशा कश्यप, किरण कपूर, मालती शुक्ला, वॢतका श्रीवास्तव, नीतू सिंह, शशि चंद्रमा, उपमा पांडेय, तुलसी पांडेय सहित कई श्रद्धालु शामिल हुए।
चौक में संतों ने की रंगोत्सव की शुरुआत : रंगभरी एकादशी के तहत चौक में बाबा विचार दास जी महाराज ने 131 वर्ष पहले होली की शुरुआत की थी। सुबह धर्मशाला में स्थापित समाधियों का अभिषेक और बाबा विचार दास जी महाराज की प्रतिमा पर गुलाब, टेसुओं के फूलों तथा गुलाल की बारिश की गई। श्रीराधा कृष्ण की झांकी के साथ ही फाग और भजन गाए गए। इस अवसर पर उदासीन अखाड़े के महंत धर्मेंद्र दास जी महाराज, नामित पार्षद अनुराग मिश्रा , विष्णु त्रिपाठी लंकेश, डा.उमंग खन्ना, संजीव झिंगरन, आनंद रस्तोगी, शिवम गुप्ता व ईशान अवस्थी सहित कई श्रद्धालु शामिल हुए।
होलिका पर नहीं पड़ेगी भद्रा की छाया, 28 को होगा दहन : शहर के हर इलाके मेंं पहलाद के स्वरूप अरंड की डाल और बुराई की प्रतीक होलिका को बढ़ाने का कार्य शुरू हो चुका है। 28 मार्च को होलिका दहन होगा तो 29 को रंग खेला जाएगा। आचार्य शक्तिधर त्रिपाठी ने बताया कि होलिका दहन में भद्रा रहित प्रदोष व्यापिनी पूॢणमा तिथि, होलिका दहन के लिए उत्तम माना जाता है। इस बार भद्रा दिन में ही समाप्त हो जाएगी। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि पूॢणमा 28 मार्च को सुबह 3:27 बजे से शुरू होकर रात्रि 12:17 बजे तक रहेगी। भद्रा दोपहर 1:54 तक रहेगी। होली दहन शाम 6:21 बजे से रात्रि 8:41 बजे तक तक करना उत्तम होगा। 29 मार्च रंगोत्सव होगा।