अडानी के बाद अब हिंडनबर्ग ने लगाई इस मशहूर कारोबारी की लंका, एक झटके में 8 लाख करोड़ रुपये स्वाहा
अडानी समूह (Adani Group) पर किसी परमाणु बम जैसी तबाही लाने वाली अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने दो महीने बाद अपना दूसरा निशाना लगाया है। इस बार हिंडनबर्ग का बम गिरा है ट्विटर के को फाउंडर रहे जैक डोर्सी (Jack Dorsey) पर। हिंडनबर्ग ने अपनी ताजा रिपोर्ट नें जैक डोर्सी द्वारा 2019 में स्थापित की गई पेमेंट कंपनी ब्लॉक इंक (Block Inc) पर फ्रॉड, खाते में हेरफेर, सरकार की राहत का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद ब्लॉक इंक में भी अडानी जैसी गिरावट देखने को मिल रही है। इस अमेरिकी कंपनी के शेयर एक झटके में 20 फीसदी तक लुढ़क गए और देखते ही देखने कंपनी को कुछ घंटे के भीतर 80 हजार करोड़ की चपत लग गई ।
क्या हुआ खुलासा
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में ब्लॉक इंक पर आरोप लगाया है कि कंपनी ने सरकार और ग्राहक के खिलाफ फ्रॉड में मदद की है। कंपनी ने रेग्युलेशन को ताखपर रखकर यूजर बेस बनाया है। ब्लॉक इंक ने यूजर पैरामीटर को बढ़ा-चढ़ाकर निवेशकों को गुमराह किया। हिंडनबर्ग के कहा कि हमने दो साल तक इस कंपनी की जांच की। इसके बाद हमने पाया कि ब्लॉक ने डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है। कंपनी ने निवेशकों को गुमराह किया और तथ्यों के साथ गुमराह किया है। कैश प्रोग्राम ऐप में कई खामियां है, जिसे छुपाया गया।
फ्रॉड के आरोपों से आया भूचाल
ब्लॉक इंक पर हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद कंपनी के शेयर भरभरा कर गिरने लगे। सिर्फ कुछ घंटों में ही कंपनी के शेयर 20 फीसदी से ज्यादा गिर गए और कंपनी को 80 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। ब्लॉक इंक का मार्केट कैप 40 अरब डॉलर से नीचे गिर गया। इस रिपोर्ट के एक दिन पहले तक ब्लॉक का मार्केट कैप 47 अरब डॉलर था, जो गिरकर 37 अरब डॉलर पर पहुंच गया। चंद घंटों में कंपनी को 10 अरब डॉलर का झटका लगा।
कौन हैं जैक डोर्सी
1976 में अमेरिका के सेंट लुइस में जन्मे जैक डोर्सी दुनिया की सबसे मशहूर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) के को फाउंडर हैं। वे 2015 से 2021 तक ट्विटर के सीईओ भी रहे। 2021 में ट्विटर छोड़ने के बाद उन्होंने अपना नया प्लेटफॉर्म BlueSky लॉन्च किया। उन्होंने दुनिया भर में भुगतान प्रणाली में बढ़ रहे रुझान को देखते हुए अपनी पेमेंट फर्म ब्लॉक इंक शुरू की। हिंडनबर्ग ने इसी ब्लॉक इंक पर फ्रॉड का आरोप लगाया। उनके इस ऐप के जरिए कोरोनाकाल में 5.1 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन हुए।