मेरठ के हर्षित ने एक अंगूठी में जड़ दिए 12638 हीरे, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम



मेरठ के युवा सर्राफ हर्षित बंसल ने 12638 हीरे लगाकर अंगूठी तैयार कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है।
हर्षित दुनिया के पहले ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जिसने इतने हीरे एक अंगूठी में सजाए हैं। 30 नवंबर को हर्षित ने यह विश्व कीर्तिमान बनाया है। लंदन से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर दिया है। आगे देखें कैसे तैयार की गई है यह खास अंगूठी :-
हर्षित रेनानी ज्वैल्स के संचालक हैँ। रिकार्ड का प्रमाणपत्र आ चुका है। शौक के लिए यह अंगूठी बनाई है अभी इसे बेचने की योजना नहीं है। परिवार सूर्या पैलेस में रहता है। पिता अनिल बंसल, मम्मी रेनू बंसल हैं। हर्षित ने भारत हैदराबाद के श्रीकांत का रिकॉर्ड तोड़ा है।
आठ लेयर, 138 पत्तियों में जड़े हीरे
हर्षित को अंगूठी बनाने में पूरा साढ़े तीन साल का समय लगा। एक साल सिर्फ अंगूठी को डिजायन करने में लगा। ढाई साल में अंगूठी बनकर, हीरे लगकर तैयार हुई।
अंगूठी के सभी हीरे वीएसवीवीएस गुणवत्ता के नेचुरल व आईजीआई प्रमाणित हीरे हैं। हर्षित ने अंगूठी का डिजायन तैयार किया सूरत में कंपनी के 28 कारीगरो ंने इसे साकार किया।
‘द मैरीगोल्ड डायमंड रिंग’ नाम की इस अंगूठी का वजन 165.450 ग्राम, हीरों का वजन 38.08 कैरेट, अंगूठी में 18 कैरेट शुद्धता का सोना लगा है। अंगूठी में 8 लेयर, 138 पत्तियां हैं।
हर पत्ती का आकार व डिजायन अलग है। हर पत्ती में हीरे जड़े हैं। सभी हीरे लगभग समान आकार है रिंग का साइज 3 इंच चौड़ा, 1.75 इंच ऊंचा है। सोने का मैरीगोल्ड बनाकर उस पर हीरे जड़े गए हैं। महिलाएं इसे आराम से पहन सकती हैँ।
इस रिकॉर्ड को बनाने में बेहद मेहनत लगी, काफी चुनौतियां थी। सबसे बड़ी चुनौती अंगूंठी के डिजायन की थी। आठ से नौ बार इसका डिजायन बनकर बिगाड़ा गया।
15 हजार हीरों की एक अंगूठी पहले तैयार की लेकिन उसका बैलेंस नहीं बना तो उसे गलाकर दोबारा नया डिजायन बनाकर यह रिंग बनाई। हर्षित कस्टमाइज ज्वैलरी में डील करते हैं। सूरत व मुंबई से डायमंड ज्वैलरी डिजायनिंग सीखी है, साथ ही एनआईजेटी मेरठ से हीरों की ग्रेडिंग सीखी है।