गोल्ड की मांग में हुई बढ़त, अगस्त में ETFs में 24 करोड़ की आमद
Gold Exchange-Traded Funds (ETFs) में अगस्त के महीने में पॉजिटिव ग्लोबल आउटलुक के चलते 24 करोड़ रुपये की आमद देखी गई। जबकि जुलाई के महीने में नेट आउट फ्लो देखने को मिला था। अगस्त के महीने में यह आमद इस बात का संकेत ही लोग इस पीली धातु के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष (जनवरी-अगस्त) के पहले आठ महीनों के दौरान असेट क्लास में नेट फ्लो 3,070 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
अगस्त में हुई आमद ने इस श्रेणी में फोलियो की संख्या को 21.46 लाख तक पहुंचाने में मदद की, जो जुलाई में 19.13 लाख थी। इस पीली धातु को ट्रैक करने वाले ईटीएफ में निवेश अगस्त 2019 से लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, असेट क्लास ने नवंबर 2020 में 141 करोड़ रुपये, फरवरी 2020 में 195 करोड़ रुपये और जुलाई 2021 में 61.5 करोड़ रुपये का नेट आउट फ्लो देखा था।
आंकड़ों से पता चलता है कि, जुलाई में निकासी देखने के बाद पिछले महीने आमद सकारात्मक रही, लेकिन यह 23.92 करोड़ रुपये के निचले स्तर पर थी। इसकी तुलना में, जून में फंड में 360 करोड़ रुपये और मई में 288 करोड़ रुपये की आमद देखी गई।
मॉर्निंगस्टार इंडिया की सीनियर रिसर्च एनालिस्ट मैनेजर कविता कृष्णन ने कहा, “महामारी के आसपास की चिंताओं के बावजूद समग्र सकारात्मक वैश्विक दृष्टिकोण से पीली धातु के प्रति धारणा में सुधार हुआ।”
एलएक्सएमई की संस्थापक प्रीति राठी गुप्ता ने कहा कि गोल्ड ईटीएफ ने अगस्त में आउटफ्लो से इनफ्लो में काफी अहम बदलाव देखा है। जैसे-जैसे सोने की कीमतें सामान्य हो रही हैं, लोग फिर से सोने के निवेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं। गोल्ड ईटीएफ अपनी हाई लिक्विडिटी और कम निवेश की आवश्यकता के कारण एक काफी बेहतर टूल के तौर पर काम करता है। सोने को इनफ्लेशन के खिलाफ बचाव के तौर पर देखा जाता है।