मुरादाबाद में एक मार्च से खुलेंगे प्राइमरी स्कूल, अभिभावक अभी ऑनलाइन पढ़ाई के पक्षधर
एक मार्च से कक्षा एक से पांचवीं तक की कक्षाएं भी संचालित होने जा रहींं हैं। लेकिन, अभिभावक अभी छोटे बच्चों को भेजने से इन्कार कर रहे हैं। अभिभावकों की मानें तो कोरोना दूसरे रूप में देश में आ चुका है और इस बीच छोटे बच्चों को स्कूल भेजने को स्कूलों से दबाव बनाया जा रहा है। सितंबर में सीनियर फिर 10 फरवरी से जूनियर और अब एक मार्च से प्राइमरी स्तर की पढ़ाई भी ऑफलाइन शुरू करने के फरमान अभिभावकों के वाट्सएप पर भेजे जा रहे हैं।
शासन से नर्सरी से पांचवीं तक के स्कूलों को एक मार्च से खोलने के निर्देश दिये जा चुके हैं। अभिभावक ऑफलाइन की बजाए ऑनलाइन ही इस सत्र की परीक्षा चाहते हैं। इसको लेकर कुछ स्कूलों ने ऑफलाइन के अलावा आनलाइन परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। सितंबर में नवीं से 12वीं तक के स्कूल खुल चुके हैं। लेकिन, इसमें भी ऑनलाइन शिक्षा जारी रखने के आदेश दिए गए थे। इसी तरह फरवरी में छठवीं से 8वीं तक के विद्यालयों को खोला गया। अब एक मार्च से नर्सरी से पांचवीं तक के स्कूल खुल रहे हैं।। इसके लिए पूर्व में ही दिशा निर्देश जारी हो चुके हैं। बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए अभिभावकों से सहमति पत्र मांगा जा रहा है। स्कूल खुलने को लेकर संचालक उत्साहित हैं लेकिन अभिभावक नए सत्र से ही छोटे बच्चों को स्कूल भेजने की बात कह रहे हैं।
एक अप्रैल से शिक्षा का नया सत्र
सीबीएसई की ओर से एक अप्रैल से नया सत्र शुरू करने के आदेश जारी हो चुके हैं। कोरोना के कारण वर्ष 2020-21 का सत्र पढ़ाई से प्रभावित हुआ लेकिन नया सत्र समय से शुरू करने के लिए सरकार व बोर्ड की ओर से स्कूलों को फरमान मिला चुका है। जिला कार्डिनेटर सुरिंद्र सिंह ने बताया कि लोकल स्तर की परीक्षाएं मार्च में ही कराकर समय से सत्र शुरू हो जाएगा।