हार्ट की बीमारी एक लाइफ़स्टाइल बीमारी है। अगर हम एक्सरसाइज नहीं करते हैं, सही खानपान नहीं करते हैं, तनाव ज्यादा लेते हैं या डायबिटीज होने से भी हार्ट की बीमारी होने का ख़तरा बढ़ जाता है। चूंकि कोरोना की वजह से लोग घर से काम कर रहे हैं, इस वजह तनाव भी बढ़ गया है। यह तनाव जिन्दगी, नौकरी और पर्सनल केयर को लेकर है। डाइट भी इस समय ख़राब हो चुकी है। हमे कोशिश करनी चाहिए कि हमसे जितनी फिजिकल एक्टिविटी हो सके करनी चाहिए। फ़िर चाहे ट्रेडमिल, साइकिल या अन्य साधन हो हमे एक्सरसाइज करके ख़ुद को एक्टिव रखना चाहिए। इनकी कमी बढ़ा सकती है हार्ट डिजीज़ का खतरा। जानें कुछ कॉमन हार्ट डिजीज़ के बारे में।

1. कोरोनरी हार्ट डिजीज (सीएचडी)

कोरनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी)

जब कोरोनरी आर्टरीज में प्लाक जमा हो जाता है, तो शरीर को ऑक्सीजन और ब्लड सप्लाई करने वाली नसों में ब्लड फ्लो अवरुद्ध हो जाता है। नसों के अंदर पैदा होने वाले इस प्लाक को एथिरोक्लेरोसिस कहा जाता है, इससे हार्ट अटैक होता है।

सीएचडी और सीएडी सलाना 108.9 बिलियन डॉलर कॉस्ट होती है।

2. एरिथमिया

दिल के माध्यम से इलेक्ट्रिकल इम्पल्स के फ्लो में बदलाव से एक असामान्य हार्ट बीट होने लगती है। यह एरिथमिया का साइन हो सकता है। हार्ट मसल्स में बदलाव, हार्ट अटैक से इंजरी या हार्ट सर्जरी के बाद हीलिंग प्रॉसेस, ये सब सीएडी की वजह से हो सकता है।

3. हार्ट अटैक (मायोकार्डिकल इनफ्रैक्शन या एमआई

कोरोनरी आर्टरी में अचानक ब्लॉकेज होने से हार्ट मसल्स डैमेज हो जाती है। इससे हार्ट अटैक हो जाता है। ज्यादातर हार्ट अटैक सीएडी हो जाती है।

अमेरिका में हर साल 1.5 मिलियन हार्ट अटैक के केस आते हैं।

4. हार्ट फेल्योर

जब हार्ट की नसें बहुत ज्यादा डैमेज होने की वजह से ब्लड पंप नहीं कर पाती हैं, तो हार्ट फेल्योर हातो है। यह सीएडी, हार्ट अटैक, हार्ट के ज्यादा काम करने, हाई बीपी या जन्म से हार्ट डिफेक्ट होने की कंडीशन में होता है। 5.50 लाख लोग हर साल हार्ट फेल्योर के शिकार हो जाते हैं। ज्यादातर लोग 65 वर्ष से ज्यादा एज ग्रूप के होते

हार्ट डिसीज के ट्रीटमेंट

एंजियोप्लास्टी

यह एक नॉनसर्जिकल प्रोसीजर है, जिसके जरिए सर्जन ब्लॉक या नैरो कोरोनरी आर्टिरीज को खोलते हैं।

सीएबीजी

यह सर्जरी का एक प्रकार है, जिसमें सर्जन ब्लॉक आर्टिरीज और वेन्स को हटाकर उन्हें सीधे बाईपास कर देता है।