सीएसए ने वापस लिए मार्क बाउचर के ख़िलाफ़ दुराचरण के आरोप



क्रिकेट साउथ अफ़्रीका (सीएसए) ने पुरुष टीम के मुख्य कोच मार्क बाउचर पर लगे नस्लभेदी मामलों में दुराचरण के आरोपों को “औपचारिक तौर पर और पूर्णतया” वापस ले लिया है। इस गतिविधि से एक हफ़्ते बाद उनके साथ अनुसूचित अनुशासनात्मक सुनवाई की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही एसजेएन सुनवाइयों में उनका नाम नस्लभेदी मामलों में आने के बाद सीएसए ने उन्हें अपने पद से हटाने की जो मांग की थी उसे भी ख़ारिज कर दिया गया है।
सीएसए ने पाया कि इन आरोपों के प्रमुख क़िरदार रहे पूर्व सहायक कोच इनॉक अंकवे और बाउचर के टीममेट रह चुके पॉल एडम्स के सुनवाई में आकर बयान ना दिए जाने पर यह आरोप कमज़ोर पड़ चुके थे। उनकी ताक़त और कम हुई जब एक मध्यस्थता प्रक्रिया के बाद पूर्व कप्तान और सीएसए के क्रिकेट निदेशक रहे ग्रीम स्मिथ को भी दुराचरण के आरोपों से बरी कर दिया गया था।
बाउचर ने इस फ़ैसले का स्वागत किया और 2023 पुरुष विश्व कप के अंत तक अपने क़रार पर प्रतिबद्ध होने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से ग़लत थे और इनसे मुझे बहुत खेद पहुंचा है। पिछले कुछ महीने मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए काफ़ी कठिन थे। मैं ख़ुश हूं कि सीएसए के इस फ़ैसले से इस प्रक्रिया का समाधान हुआ है। मैं अब अपने काम कर ध्यान देना चाहता हूं और पूरी कोशिश करूंगा कि साउथ अफ़्रीका एक बार फिर एक सशक्त टीम बन सके।”
बाउचर का दावा है कि फ़िलहाल टीम के वातावरण में पिछले महीनों का कोई बुरा असर नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा, “मैं गर्व से कह सकता हूं कि मैं एक ऐसे ड्रेसिंग रूम का हिस्सा हूं जहां हर किसी को शामिल किया जाता है और जहां हर इंसान की इज़्ज़त भी की जाती है।”