कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए: मुख्यमंत्री
लखनऊ: 12 अगस्त, 2021 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश मंे कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 43 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 71 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोविड के एक्टिव मामलों की संख्या 490 है। जनपद अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, फिरोजाबाद, गोण्डा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, सहारनपुर, शामली, तथा सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 2,48,631 कोरोना टेस्ट किये गए। अब तक राज्य में 06 करोड़ 83 लाख 86 हजार 372 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड संक्रमण की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने में कोविड वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। उन्होंने कहा कि पहली डोज ले चुके सभी लोग समय पर दूसरी डोज भी अवश्य लें। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि अब तक प्रदेश में 05 करोड़ 55 लाख 23 हजार 603 से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज जनपद महराजगंज में दहाई अंकों में कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। यहां 10 नये संक्रमित पाये गये हैं। सभी संक्रमित एक ही क्षेत्र के हैं। यह क्षेत्र गोरखपुर-महराजगंज की सीमा से लगा है। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी संक्रमित मरीजों के सैम्पल कलेक्ट कर के0जी0एम0यू0, लखनऊ में जीनोम सिक्वेंसिंग करायी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट मोड में रहे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के कतिपय जनपदों में सीवर से जुड़े कार्यों में कुप्रबंधन की स्थिति देखने को मिली है। कहीं सीवर लाइन बिछाने के बाद सड़क निर्माण/मरम्मत नहीं किया गया तो कहीं पीने के पानी में सीवर का गंदा पानी आने की शिकायत है। लखनऊ में ऐसा ही प्रकरण देखने में आया है। दूषित जल के कारण लोगों के बीमार होने की जानकारी मिली है। ऐसे सभी प्रकरणों का संज्ञान लेते हुए न केवल समस्या निस्तारित कराई जाए, बल्कि जवाबदेही तय करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। नगर विकास विभाग द्वारा इस संबंध में तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए।
मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ तथा अतिवृष्टि की स्थिति पर निरन्तर नजर रखी जाए तथा नदियों के जल स्तर की सतत मॉनिटरिंग की जाए। बाढ़ पीड़ितों को समय पर राहत सामग्री उपलब्ध कराते हुए उनकी हर सम्भव मदद की जाए। सभी प्रभावित जनपदों में एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 सहित आपदा प्रबन्धन की सभी टीमें निरन्तर सक्रिय रहें।