बन्द रेलवे क्रासिंग खोलने की माँग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे लोग कुछ दिन पूर्व अचानक बन्द कर दिया गया है भीमापार क्रासिंग
( सिद्धार्थनगर )। रेलवे द्वारा कुछ दिन पहले अचानक बन्द कर दिए गए भीमापार रेलवे क्रासिंग को पुनः खोले जाने की माँग अब वृहद आंदोलन का रूप ले रही है। स्थानीय लोगों ने शुक्रवार से क्रासिंग स्थल पर ही आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
रेलवे द्वारा बंद किए गए भीमापार रेलवे क्रॉसिंग को खोले जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को स्थानीय लोग भीमापार रेलवे क्रॉसिंग स्थल पर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। युवा नेता अनुराग कुमार श्रीवास्तव उर्फ गगन, पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि राजू सिंह, भाजपा नेता बबलू श्रीवास्तव, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विजय चौधरी, आरटीआई कार्यकर्ता प्रशस्त उपाध्याय, समाजसेवी अनिल जयसवाल आदि जागरूक लोगों के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। लोगों की मांग है कि बंद किए गए भीमापार रेलवे क्रासिंग को पुनः खोला जाए अथवा यहां अंडरपास की व्यवस्था की जाए। लोगों का कहना था कि भीमापार रेलवे क्रॉसिंग बंद होने से लाखों की आबादी का आवागमन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। भीमापार में ही कई प्रतिष्ठित स्कूल स्थित है। इसके अतिरिक्त कई निजी चिकित्सालय गैस एजेंसी आदि होने के कारण इस रास्ते से लोगों का आवागमन अधिक रहता है। क्रॉसिंग बंद होने से यहां पहुंचने का एकमात्र रास्ता ओवरब्रिज है जिससे उतर कर बड़ी गाड़ियों के टर्न होने में भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। कम जगह में स्कूल बसों को मोड़ने में हमेशा खतरा बना रहेगा। स्कूली बच्चों तथा लाखों आबादी के आवागमन को दृष्टिगत रखते हुए रेलवे क्रॉसिंग से आवागमन बहाल करना जनहित में होगा। आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक आवागमन बहाल नहीं होता है उनका आमरण अनशन जारी रहेगा और इस दौरान कोई अप्रिय घटना घटने पर इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी रेलवे की होगी।