मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही, एनेक्सी में संदिग्ध पार्सल से मची खलबली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में लापरवाही के एक प्रकरण ने खलबली मचा दी है। मिशन न्यू इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि चाणक्य ने आरोप लगाया कि आठ अक्टूबर, 2020 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम से लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) में एक कूरियर कंपनी से संदिग्ध पार्सल आया। सचिवालय के मुख्य सुरक्षा अधिकारी जिलाजीत चौधरी ने किसी सक्षम एजेंसी या उच्च अधिकारियों को बताए बिना घटना को दबा दिया। इससे पता ही नहीं चल सका कि पार्सल कहां से आया और उसमें क्या था।
मिशन न्यू इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि चाणक्य ने मामले की एसआइटी जांच और आरोपित अधिकारी पर कार्रवाई के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी और गृह विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा था। सीएम योगी की सुरक्षा का संवेदनशील मामला देखते शासन ने डीजीपी से गोपनीय जांच कराकर आख्या और संस्तुति एक पखवाड़े में मांगी है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी से भी पंद्रह दिन में गोपनीय जांच रिपोर्ट मांगी है।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की लगातार धमकियां मिल रही हैं। शासन ने ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया है। पिछले दिनों लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी गई। सबसे पहले 21 नवंबर, 2020 को यूपी 112 के हेल्पडेस्क के वाट्सएप नंबर पर धमकी का मैसेज मिला था। पुलिस ने छानबीन करने के बाद आरोपी को आगरा से गिरफ्तार किया था। मैसेज भेजने वाला नाबालिग था।
इसके अलावा, 21 मई, 2020 को मुख्यमंत्री को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। वाट्सएप नंबर पर मिले मैसेज में कहा गया था कि मुख्यमंत्री को बम से उड़ा दूंगा। इस मामले में भी आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इस वर्ष जनवरी में भी मुख्यमंत्री धमकी मिली है। मैसेज भेजने वाले ने कहा कि मुख्यमंत्री को 24 घंटे के अंदर एके 47 से उड़ा दूंगा। अगर खोज सकते हो तो मुझे खोज के दिखाओ। धमकी भरा मैसेज यूपी 112 के वाट्सएप नंबर पर भेजा गया था।