मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा- मध्यप्रदेश में घरेलू हिंसा रोकने के लिए बनेगा सख्त कानून
मध्यप्रदेश में घरेलू हिंसा में बीते 15 दिन में तीन महिलाओं के हाथ काटे जाने की घटनाओं पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आक्रोश जताते हुए कहा कि घरेलू हिंसा के तहत दी जाने वाली सजा के प्रविधान फिलहाल सख्त नहीं हैं। ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इनके लिए और अधिक सख्त कानून बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा- घरेलू हिंसा में सजा के वर्तमान प्रविधानों को अधिक सख्त किया जाए
शुक्रवार को मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा, इस संबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को निर्देश दिए हैं कि घरेलू हिंसा के अपराधों में सजा के वर्तमान प्रविधानों को अधिक सख्त किया जाए। पिछले 15 दिन में तीन ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन्होंने मुझे झकझोर दिया है। तीन बहनों के हाथ पतियों ने काटे हैं। घरेलू हिंसा के ऐसे मामले बेहद गंभीर हैं। इन मामलों को गंभीरता से लिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- घरेलू हिंसा पर नया कानून बनना चाहिए
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गृह विभाग ने कानून में कड़े प्रविधानों की तैयारी शुरू कर दी है। ‘यह विश्वास का खून है’ मुख्यमंत्री ने इस मामले में ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, यह साधारण नहीं भयंकर अपराध है। मैं चाहता हूं घरेलू हिंसा के खिलाफ जनजागरण अभियान चले और नया कानून बने। इसमें ऐसे अपराधियों के लिए ऐसा कठोरतम दंड हो, जिससे ये सिहर जाएं और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कोई और हमला करे तो अपराध है, लेकिन पति ऐसा करे तो यह विश्वास का खून है। सात फेरे लिए हैं। जनम-जनम का साथ निभाने की कसमें खाई हैं। यह केवल प्राणघातक हमला नहीं है। साधारण अपराधों की तरह का मामला नहीं है। यह व्यवहार मध्ययुगीन बर्बरता की तरह है।