केंद्र सरकार ने कहा- भारत 2030 तक हासिल करेगा 4,50,000 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने कहा है कि भारत 2030 तक 4,50,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता हासिल करने के लिए तैयार है। इस महीने की शुरुआत में एमएनआरई ने फिक्की के साथ मिलकर दुबई एक्सपो 2020 में जलवायु एवं जैवविविधता सप्ताह में 6-8 अक्टूबर के बीच कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों में भारत की नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्धियों व महत्वाकांक्षाओं, उभरते क्षेत्रों और भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के अवसरों से संबंधित विषय शामिल थे।
ये कार्यक्रम सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसईसीआई) और भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड (इरेडा) ने आयोजित किया। एमएनआरई, फिक्की और एसईसीआई के कार्यक्रम में बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि विश्व परिवर्तन के मुहाने पर है और जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए तत्काल सुधारात्मक कदमों की आवश्यकता है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि ऊर्जा बदलाव इस दिशा में पहला कदम होना चाहिए। सिंह ने कहा, ‘‘हमारी स्थापित क्षमता का 39 फीसदी हिस्सा पहले ही गैर-जीवाश्म आधारित स्रोतों से आता है। हम 2022 तक 40 फीसदी के लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे।’’उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने एक रोमांचक यात्रा शुरू की है और एसईसीआई 2030 तक 4,50,000 मेगावाट की स्थापित क्षमता पूरा करने की दिशा में काम करना जारी रखेगा।’’