केंद्रीय कैबिनेट में जातिवाद रहेगा हावी, जानिए यूपी से कितने बनेंगे मंत्री
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल का आज शाम को विस्तार होने वाला है। जिसके चलते लोगों की नजरें होने वाले विस्तार पर इस बात पर टिकी हुई है कि उत्तर प्रदेश से किसे मंत्री बनाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार प्रदेश से तीन नए चेहरे को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
इनमें एक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से और दो उनकी सहयोगी दल से हो सकते है। 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले है इसको देखते हुए माना जा रहा है ब्राह्णण, ओबीसी और दलित चेहरे को जगह मिलेगी। भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल का नाम पहले से ही मंत्री के लिए तय माना जा रहा है।
वही दूसरे सहयोगी निषाद पार्टी के इकलौते सांसद प्रवीण निषाद भी मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा सांसद रीता बहुगुणा जोशी या सीमा द्विवेदी में से किसी एक को मंत्री का पद मिलने की का कयास लगाया जा रहा है। विस्तार को प्रदेश में होने वाले अगामी चुनाव के नजरिए से अहम माना जा रहा है।
इसी बीच भाजपा विस्तार के माध्यम से कुछ जाति-वर्ग के मतदाताओं को बड़ा संदेश देना चाहेगी। इस विस्तार से पहले प्रदेश के मंत्री की छुट्टी होने की चर्चाएं भी चल रही हैं। उन्हीं की जाति से दूसरे को मंत्री बनाया जा सकता है। विस्तार में सबसे मजबूत दावेदारी अनुप्रिया पटेल की पहले से ही बनी हुई है।
सूत्र बताते हैं कि समय-समय पर भाजपा के शीर्ष नेता उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने का आश्वासन देते रहे हैं। प्रवीण निषाद को निषाद मतों को भाजपा से एकजुट जोड़े रखने के लिए मंत्री पद दिया जा सकता है।
वहीं ब्राम्हण वर्ग से केंद्र सरकार में प्रदेश से इस बार किसी महिला को मंत्री का ओहदा देने की चर्चाएं तेजी से चल रही हैं। ऐसे में रीता बहुगुणा जोशी और सीमा द्विवेदी का नाम उभरकर सामने आया है। यह दोनों महिलाएं प्रदेश की राजनीति में मजबूत पैठ के लिए जानी जाती