सीबीआई ने नागपुर में ईपीएफओ के दफ्तरों की तलाशी ली



नागपुर, 13 अप्रैल (वार्ता) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सतर्कता प्रकोष्ठ की एक संयुक्त टीम ने महाराष्ट्र के नागपुर में ईपीएफओ के दो दफ्तरों की तलाशी ली। सूत्रों ने यहां बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई कुछ कर्मचारियों के खिलाफ अनिमियतता बरतने की शिकायत के बाद की गई है। जो निजी फर्माें के हक में काम कर रहे थे।
सूत्रों ने कहा, सीबीआई नागपुर की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा और मुंबई से ईपीएफओ की सतर्कता टीम ने मंगलवार सुबह यहां टुकडोजी स्वायर और उमरेड रोड स्थित ईपीएफओ कार्यालयों में तलाशी शुरू की, जो देर रात तक जारी रही।
सूत्रों ने बताया कि संयुक्त टीम ने तलाशी लेने के दौरान बड़ी संख्या में फाइलों और भविष्य निधि (पीएफ) प्रविष्टियों की जांच की। इसके अलावा, कुछ दस्तावेज जब्त भी किए गए।
उल्लेखनीय है कि कर्मचारी भविष्य-निधि और प्रकीर्ण उपबंध अधिनियम के तहत जिन कंपनियों में 20 या उससे अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, उनके लिए ईपीएफओ द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में शामिल होना अनिवार्य है।
टीम ने मंगलवार को पाया कि ईपीएफओ के कुछ अधिकारियों ने 20 से अधिक कर्मचारियों वाले स्कूलों और निजी कंपनियों को पीएफ दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन ऐसे मामलों में आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नोटिस मिलने के बाद, ऐसी फर्मों के मालिकों ने कथित तौर पर मामलों का आपस में निपटारा कर लिया।
एक अधिकारी ने बताया कि इन कंपनियों के मालिकों द्वारा ईपीएफओ अधिकारियों को यह यकीन दिलाने का प्रयास किया गया कि उनकी कंपनी सिर्फ 18 कर्मचारियों के साथ संचालित की जा रही है, जिसकी बुनियाद पर मामलों का निपटारा कर दिया गया था।
सूत्रों ने कहा, सीबीआई और ईपीएफओ का सतर्कता प्रकोष्ठ ईपीएफओ कर्मचारियों द्वारा उचित जांच के बिना ऐसी फाइलों को बंद करने के कारणों की तफ्तीश कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई अधिकारियों ने ईपीएफओ कर्मचारियों से विभिन्न फाइलों को बंद करने के कारणों के बारे में पूछताछ भी की। उन्होंने बताया कि आगे की पूछताछ के लिए कुछ ईपीएफओ अधिकारियों को भी तलब किए जाने की संभावना है।
सीबीआई पुलिस अधीक्षक सलीम खान की देखरेख में तलाश अभियान शुरू किया गया था।