गुजरात: द्वारका के 60 कॉमर्शियल, 210 रेसिडेंशियल और 7 अन्य धार्मिक कंस्ट्रक्शन पर चलेगा बुलडोजर
गुजरात: राज्य सरकार द्वारा गैरकानूनी और अवैध तरीके से सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। ख़ास तौर पर समंदर के किनारे के इलाकों में। राज्य सरकार द्वारा थोड़े समय पहले मेगा डेमोलिशन ऑपरेशन शुरू किया गया गया था और पहली बार देवभूमि द्वारका ज़िले के बेट द्वारका धर्मस्थल इलाके में मेगा ऑपरेशन डेमोलिशन में धर्मस्थानों, कमर्शियल और रेसिडेंशियल कंस्ट्रक्शन, बाड़े वगैरह जैसे सरकारी ज़मीन पर किये अतिक्रमण तोड़े गए थे।
अब कुछ समय के ब्रेक के बाद देवभूमि द्वारका ज़िले में शनिवार से फिर से अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू हुई है, जिसमे द्वारका ज़िले के कल्याणपुर तालुका के ऐतिहासिक धर्मस्थान हरसिद्धि माता- गांधवी में डेमोलिशन शुरू किया गया है।देवभूमि द्वारका जिला पुलिस अधीक्षक नितेश पांडेय की अगुआई में स्थानीय रेवन्यू स्टाफ द्वारा विविध अतिक्रमण पर डेमोलिशन को अंजाम दिया गया था। थोड़े समय पहले इस इलाके में उत्क्रमण करने वालों को 18 जनवरी को नोटिस जारी किए जाने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाए गए जिसके बाद आज सुबह से अलग अलग प्रकार के अतिक्रमण पर सरकारी मशीनों द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई है।
द्वारका के 60 कॉमर्शियल, 210 रेसिडेंशियल और 7 अन्य धार्मिक कंस्ट्रक्शंस को मिलाकर कुल 9.5 लाख स्केयर फ़ीट में फैले गैर क़ानूनी कंस्ट्रक्शन हरसिद्धि माता-गांधवी में डेमोलिश किये जा रहे हैं। जिसको लेकर शनिवार सुबह से ही हरसिद्धि माता-गांधवी इलाके में देवभूमि द्वारका ज़िले के उपरांत दूसरे ज़िलों से पुलिस और एसआरपी समेत सुरक्षा काफिले शुक्रवार रात से ही तैनात कर दिए गए है। डेमोलिशन ख़त्म होने तक ये सुरक्षा व्यवस्था ऐसे ही रहेगी। जिसमे जिला पुलिस अधीक्षक नितेश पांडेय समेत 1200 पुलिस जवानों द्वारा सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच हर्षद गांधवी स्थित हर्षद माताजी मंदिर से थोड़ी दूरी पर किये गए विविध अतिक्रमण पर जेसीबी द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई है।
इस कार्रवाई के दौरान कोई अनपेक्षित घटना न घटे इसके लिए जरुरी सभी कदम उठाये गए हैं। सरकार द्वारा गैरकानूनी अतिक्रमण करने वालों को दी गई नोटिस के खिलफ वो लोग कोर्ट में भी गए थे जहां उनकी अर्ज़ी नामंज़ूर हो गई है। गांधवी धर्मस्थल में बड़ी मात्रा में अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई भी बेट द्वारका की तरह लम्बे समय तक चलेगा ऐसा प्रतीत हो रहा है।
गौरतलब है कि बेट द्वारका में 1 अक्टूबर 2022 को शुरू हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के पहले चरण में काफी तेज़ काम हुआ था जिसके कुछ दिनों बाद दूसरे चरण में सबसे ज़्यादा कहा जाए ऐसा मंगलवार को 50 हज़ार फ़ीट से ज़्यादा जितना अतिक्रमण हटाया गया है। खाली की गई इस ज़मीन की कीमत करीब एक करोड़ रुपये हैं। ओखा मंडल के बेट द्वारका इलाके में सरकार द्वारा गुप्त तौर पर किये गए सर्वे के बाद शुरू किये गए इस मेगा डेमोलिशन में एक सप्ताह के समय में करीब 7 करोड़ रुपयों से अधिक कीमत की पौने दो लाख फ़ीट ज़मीन पर बुलडोज़र चलाया जा चुका है। बेट द्वारका के डेमोलिशन का ये चैप्टर सोशल मीडिया पर काफी छाया और इस मुद्दे पर विविध संगठनो द्वारा तारीफ भी की गई थी।