कोई यूं ही बेवफा नहीं होता, करीबियों के भाजपा में शामिल होने पर Azam Khan के बेटे अब्दुल्ला ने कसा तंज
उपचुनाव को लेकर रामपुर की सियासत इस समय गरमाई हुई है। मुख्य लड़ाई भाजपा व सपा के बीच है। ऐसे में दोनों ही पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर जमकर सियासी तीर चला रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां (Azam Khan) के बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के पास दाग धोने की मशीन है, लेकिन हमारे पास लोगों के दाग धोने की मशीन नहीं है। वह अपनी मशीन का प्रयोग कर रहे हैं।उन्होंने यह बात मीडिया से बात करते हुए कही।
चुनाव आयोग पर भी साधा निशाना
अपने करीबी लोगों के भाजपा में शामिल होने पर शायराना अंदाज में विधायक अब्दुल्ला आजम ने कहा कि कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, कोई यूं ही बेवफा नहीं होता। सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह की चुनाव आयोग की परिकल्पना की है अगर इस तरह का चुनाव आयोग होता तो लोकसभा उपचुनाव आसिम राजा दो लाख वोटों से जीतते। आज भी ऐसी परिकल्पना का चुनाव आयोग हो जाए तो आसिम राजा 50 हजार वोटों से जीतेंगे।
लोगों को फोन कर धमका रही पुलिस
उन्होंने पुलिस पर निशाना साधा हुए कहा कि आज भी गंज, कोतवाली, थाना सिविल लाइन और पुलिस अधिकारियों की काल डिटेल निकालकर चेक कर ली जाए तो पता लग जाएगा कि ये लोगों को धमका रहे हैं। लोगों से कहते हैं कि थाने में शामिल हो जाओ या भाजपा में। ऐसे में कमजोर और गरीब लोग परेशान हैं। मुझे याद है सन 2007 में अगर कोई आदमी शिकायत करता था तो चुनाव आयोग अधिकारी बदल देता था, लेकिन मंडल में एक अधिकारी छह चुनाव करा चुके हैं, उन्हें नहीं बदला गया।
अब्दुल्ला बोले, मतगणना के बाद सभी की गलतफहमी हो जाएगी दूर
विधायक ने कहा कि गैरकानूनी तरीके से दूसरे राज्य से कैडर बदलकर उन्हें यहां रखा गया है। जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मशकूर मुन्ना को लेकर बोले, उनकी भी मजबूरी है। वह बीडीसी का, प्रधानी का चुनाव हार गए, इसके बाद भी सपा ने उनके बेटे को जिला पंचायत का सदस्य बनवाया, उन्हें एमएलसी का टिकट दिया। यह उनकी गलतफहमी है कि वह किसी वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। मतगणना के बाद यह गलतफहमी दूर हो जाएगी।
मुझे साजिशन फंसाया गया, मैंने लिखी थी सही उम्र
उन्होंने कहा कि मुझे साजिशन फंसाया गया, लेकिन मैंने इस फैसले के खिलाफ कभी मुंह नहीं खोला। मेरे साथ जितनी ज्यादती हुई है, शायद हिंदुस्तान में किसी के साथ नहीं होगी। मैंने जो उम्र बताई थी, वह ही सही है, लेकिन किसी ने नहीं सुनी।