कोरोना वायरस: क्यों लगाया जा रहा सर्दियों में मामले बढ़ने का अनुमान और क्या है पेंच?
भारत में कोरोना वायरस से 70 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं वहीं, 1 लाख 7 हजार से ज्यादा की अब तक मौत हो चुकी है. इस बीच हर किसी के मन में यही सवाल है कि कोरोना का प्रकोप कब खत्म होगा और देश में इसकी वैक्सीन कब तक आएगी? AIIMS के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया से जब यह सवाल पूछा गया कि भारत में हाल के दिनों में कोरोना के मामलों में थोड़ी कमी देखी गई है. क्या यह आगे भी जारी रहेगी?
AIIMS के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, ‘कोरोना के मामले कम होने को लेकर हमें अगरे दो हफ्तों तक इंतजार करना चाहिए. अगर आंकड़ों में कमी होना जारी रहता है तो यह अच्छी बात है. ये जारी रहता है तो अच्छी बात है. हालांकि हमें सतर्क रहने की भी जरूरत हैं, क्योंकि कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखी जा सकती है
उन्होंने कहा कि त्योहारों के मौके पर हमें संभलकर रहने की जरूरत है. इस दौरान कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. साथ ही साथ सर्दियां नजदीक आ रही हैं और इस वजह से भी संभलकर रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सर्दियों के दौरान सांस लेने से जुड़े वायरस मरीजों को संक्रमित कर सकते हैं.’
उन्होंने कहा कि सर्दियों में सांस लेने संबंधी वायरल संक्रमण अधिक होने की उम्मीद रहती है. सर्दियों में तापमान कम रहने की वजह से वायरस के लंबे वक्त रहने का खतरा रहता है. इस वजह से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित होते हैं. बता दें कि भारत में रोजाना आने वाले कोरोना के मामलों में कमी आई है साथ ही यहा रिकवरी रेट में भी काफी सुधार हुआ है.